हापुड़ जिले में बंदर और कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। कुत्ते और बंदर खूंखार हो रहे हैं। सोमवार को इनके काटने से घायल करीब 210 लोग हापुड़ सीएचसी में एंटी रेबीज की वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे। दो बच्चे और एक बुजुर्ग महिला समेत पांच को बुरी तरह काटा, जिसके कारण उन्हें दिल्ली रेफर किया गया।
जिलेभर में कुत्तों व बंदरों ने आतंक बरपा रखा है। कुत्ते एवं बंदर रोजाना लोगों को काटकर घायल कर रहे हैं। कुत्ते बंदर बच्चों से लेकर बड़ों तक को निशाना बना रहे हैं। शहर, देहात में बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। इन्हें एक स्थान से पकड़कर दूसरे स्थान पर छोड़ दिया जाता है। बंदर घरों के सामान से लेकर खेतों की फसल को नष्ट कर रहे हैं। वहीं खूंखार हो चुके कुत्ते राहगीरों को काटकर घायल कर रहे हैं। यह समस्या गंभीर बनी हुई है।
आए-दिन कुत्ते और बंदर लोगों को शिकार बना रहे हैं। गली-मोहल्लों में इनका आतंक व्याप्त रहता है। सोमवार को हापुड़ सीएचसी में बिगास निवासी बुजुर्ग महिला सीमा पहुंची। उसके सिर, गर्दन और कान पर बंदरों ने बुरी तरह काटा हुआ था। सीएचसी से उन्हें दिल्ली रेफर किया गया। क्योंकि अधिक काटने पर लगने वाला इंजेक्शन हापुड़ में उपलब्ध नहीं था।
इसके साथ ही उबारपुर निवासी अलत्मस और अमित को भी कुत्ते ने बुरी तरह काटकर घायल कर दिया। इन्हें भी दिल्ली रेफर किया गया। हापुड़ के रोहित और सुल्तान को भी दिल्ली रेफर किया गया। कुल मिलाकर सोमवार को हापुड़ सीएचसी में 210 लोग कुत्ते और बंदरों के काटने के पहुंचे। ओपीडी में पर्चा बनवाने के बाद वैक्सीन लगवाई गई।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की जिले के समस्त सीएचसी और जिला अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध है। कुत्ता, बंदर काटने के 24 घंटे के अंदर ही वैक्सीन लग जानी चाहिए।