हापुड़ के गढ़ रोड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पांच चिकित्सकों के अवकाश पर जाने से ओपीडी सेवा लड़खड़ा गई। 1,575 मरीज अस्पताल पहुंचे, जिस कारण मरीज दिनभर इधर से उधर भटकते रहे। ओपीडी में मरीजों ने जमकर हंगामा किया, क्योंकि घंटों इंतजार के बाद भी उपचार नहीं मिला। जिसके बाद प्रशिक्षुओं से ओपीडी चलवानी पड़ी। आपातकाल वार्ड की स्थिति भी बदतर रही।
सीएचसी की ओपीडी जिला अस्पताल से भी अधिक है। लेकिन यहां चिकित्सकों की कमी मरीजों की समस्या का कारण बन रही है। अस्पताल में 12 चिकित्सकों की नियुक्ति है, लेकिन जनरल ओपीडी में अक्सर ही सीटें खाली पड़ी रहती हैं। शुक्रवार को बुखार व अन्य बीमारियों के मरीज अस्पताल पहुंचे। दिनभर मरीजों की भीड़ उमड़ती रही। लेकिन उन्हें उपचार नहीं मिल सका।
जनरल ओपीडी के चिकित्सक डॉ. अशरफ अली और डॉ. हनिफा ट्रेनिंग पर गईं थी। बृहस्पतिवार को वह लौट आए, लेकिन ओपीडी में नहीं पहुंचे। इसके अलावा स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. ईशिका बीमारी के चलते एडमिट हैं और डॉ. संगीता सीएल अवकाश पर हैं। डॉ.दीप्ति सिर्फ तीन दिन हापुड़ आती हैं, बाकी तीन दिन धौलाना में रहती हैं। शुक्रवार को वह धौलाना में ही थीं। ऐसे में गर्भवती महिला व अन्य बीमार महिलाओं को उपचार नहीं मिल सका।
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय भी शुक्रवार को अवकाश पर रहे। ऐसे में जनरल ओपीडी सिर्फ डॉ. शशांक और डॉ. धीरज ने चलाई। मरीजों की अधिकता होने पर मेडिकल कॉलेजों से आए प्रशिक्षुओं से ओपीडी चलवाई गई। कई मरीज अव्यवस्था पर भड़क उठे, उन्होंने जोरदार हंगामा किया।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दिलाने के निर्देश दिए गए हैं। चिकित्सकों के अवकाश पर जाने से व्यवस्था गड़बड़ाने के मामले में निरीक्षण कर, व्यवस्था का जायजा लिया जाएगा। लापरवाही बरतने वालों पर कार्यवाही करेंगे।