हापुड़। बीएसए कार्यालय में रिश्वतखोरी के मामले में एंटी करप्शन द्वारा की गई कार्यवाही के बाद हापुड़ डीएम अभिषेक पांडेय का बड़ा एक्शन देखने को मिला है। शुक्रवार को डीएम अभिषेक पांडेय ने बीएसए कार्यालय का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने सहायक लेखाकार कपिल और निखिल को कर्मचारी आचरण नियमावली का उल्लंघन कर भ्रष्टाचार करने के आरोप में बर्खास्त कर दिया है। जबकि डीसी निर्माण विशाल की चयन प्रक्रिया में अनियमितताएं और कई शिकायतें मिलने के बाद उन्हें भी बर्खास्त कर दिया गया है। साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी योगेश गुप्ता से सभी चार्ज छीनकर उन्हें कार्यमुक्त करने के लिए शासन को पत्र भेजा है।
डीएम अभिषेक पांडेय ने बताया कि शिक्षक संघ से हाल ही में हुई मुलाकात में अवकाश आवेदनों के निस्तारण, ऑनलाइन अवकाश प्रक्रिया, और स्कूलों के निरीक्षण के मानकों जैसे मुद्दे उठाए गए थे। इनके लिए एसओपी निर्धारित की गई है। स्कूलों में निर्माण कार्यों के लिए आवंटित धनराशि का शत-प्रतिशत उपयोग और गुणवत्तापूर्ण निर्माण सुनिश्चित करने के लिए भी एसओपी बनाई गई है।
शिक्षकों के जीपीएफ लोन से संबंधित प्रकरणों को 15 दिनों में निपटाने और स्कूल मान्यता की प्रक्रिया को शासनादेश के अनुसार समयबद्ध करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रत्येक गुरुवार को डीएम कार्यालय में एक घंटे का समय निर्धारित किया गया है।
लंबित वेतन और जांच मामलों को 15 दिनों में निपटाने, मेहनती शिक्षकों को प्रोत्साहित करने, और अनुपस्थित शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश भी दिए गए हैं। डीएम ने कहा कि इन एसओपी के पालन से बीएसए कार्यालय की विश्वसनीयता को पुनः स्थापित किया जाएगा। डीएम के निरीक्षण के दौरान वहां मौजूद कर्मचारियों में हड़कंप मचा रहा।