हापुड़ जिलाधिकारी प्रेरणा शर्मा मंगलवार की दोपहर को अचानक मेरठ रोड स्थित एआरटीओ कार्यालय पहुंच गई। डीएम की गाड़ी देखते ही कार्यालय के बाहर जमे बहुत सारे दलाल दुकानें बंद कर चले गए। तो कुछ आसपास की गलियों तक में भाग गए। करीब आधा घंटे तक डीएम के कार्यालय में रहने का असर शाम तक देखने को मिला। शाम तक कार्यालय के बाहर से दलाल नदारद रहे। इन दुकानों को लेकर कई बार शिकायत हो चुकी हैं। इसके बाद भी इस स्थिति में आजतक कोई बदलाव नहीं हुआ है।
जिला बनने के बाद से ही मेरठ रोड पर अस्थायी भवन में उपसंभागीय कार्यालय संचालित है। इस कार्यालय के बाहर कई दुकानें भी संचालित हैं। इनमें बड़ी संख्या में दलाल जमे हुए हैं, जो कार्यालय में होने वाले कार्यों को आसान तरीके से कराने के लिए फीस से अधिक की वसूली करते हैं। अवैध तरीके से काम करने के कारण यह लोग कभी भी किसी अधिकारी का निरीक्षण होता है तो दुकान बंद करके भाग जाते हैं। कई बार अधिकारी पहले भी निरीक्षण कर चुके हैं। जिस दिन निरीक्षण होता है, उस दिन दुकानें बंद रहती हैं। इसके बाद अगले दिन से फिर दुकानें खुल जाती हैं। मंगलवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ।
मंगलवार को भी डीएम प्रेरणा शर्मा के निरीक्षण में कुछ ऐसा ही हुआ। जैसे ही डीएम की गाड़ी कार्यालय के बाहर रुकी तो अफरा-तफरी मच गई। एक-एक कर दुकानों के शटर गिर गए, लेकिन डीएम बिना कुछ कहे कार्यालय के अंदर चली गईं और निरीक्षण शुरू कर दिया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान फाइलों का रखरखाव, ड्राइविंग लाइसेंस से संबंधित दस्तावेज, लंबित मामले, जुर्मानों की कार्यवाही में वसूली और उपस्थिति रजिस्टर आदि की जांच की।
साथ ही कार्यालय के अंदर मौजूद कर्मचारियों के आई कार्डों की जांच की, जिससे कि बाहरी लोगों के कार्यालय में काम करने की शिकायत की स्थिति स्पष्ट हो सके। हालांकि, कार्यालय के अंदर कोई बाहरी व्यक्ति कार्य करता नहीं मिला। उन्होंने फाइलों का रखरखाव बेहतर तरीके से करने के निर्देश दिए। साथ ही स्थायी भवन के निर्माण को लेकर एआरटीओ प्रशासन से जानकारी की।
एआरटीओ प्रशासन छवि सिंह- ने बताया की जिलाधिकारी ने कार्यालय का निरीक्षण किया था। उन्होंने फाइलों का रखरखाव आदि देखा था। कार्यालय के निरीक्षण में सब कुछ सही मिला है। कोई भी दलाल कार्यालय के बाहर नहीं है। जिलाधिकारी ने जो निर्देश दिए हैं, उनका पालन कराया जा रहा है।