हापुड़ – जिलाधिकारी अभिषेक पांडे पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह की अध्यक्षता में आपातकालीन स्थिति को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में जनप्रतिनिधि, ग्राम प्रधान, सभासद और आम नागरिक मौजूद रहे।
हापुड़ में सुरक्षा व्यवस्था को सुदढ़ बनाने हेतु क्रेस ब्लैक आउट एवं एअर रेड मॉकड्रिल का आयोजन बुधवार को सायंकाल 07.00 बजे से रात्रि 07.50 बजे के मध्य किया जाएगा। यह अभ्यास नागरिकों को सम्भावित आपातकालीन परिस्थितियों जैसे कि हवाई हमले या बड़े आपदाओं की स्थिति में सतर्क रहने और त्वरित प्रतिक्रिया देने हेतु तैयार करने के उद्देश्य से किया गया है।
जिलाधिकारी अभिषेक पांडे ने कहा कि हमारा देश पूरी तरह सक्षम है। उन्होंने नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने और घबराने से बचने की अपील की। पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने युद्ध की संभावित स्थिति से निपटने के लिए सरकारी दिशा-निर्देशों की जानकारी दी। उन्होंने ब्लैकआउट के दौरान बजने वाले सायरन के बारे में बताया। लैपटॉप के माध्यम से लोगों को ब्लैकआउट सायरन सुनाया गया और इसे एम्बुलेंस व पुलिस सायरन से अलग पहचानने का तरीका समझाया।
नागरिकों को सुरक्षित स्थानों का चयन करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आपात स्थिति में खुली जगहों और कांच के मकानों में रहने से बचें। पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखी जा रही है। भड़काऊ पोस्ट और बयानबाजी करने वालों पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। डीएम और एसपी ने जनता से निम्न निर्देशों का पालन करने की अपील की।
- एयर रेड सायरन बजने पर शातिपूर्वक अपने सुरक्षित स्थान पर शरण लें।
- अफवाहों से बचे और प्रशासन द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन करें।
- नागरिक सुरक्षा स्वंयसेवकों व स्थानीय प्रशासन का सहयोग करें।
- मॉकड्रिल को गम्भीरता से लें, ताकि आपातकाल की स्थिति में जान-माल की हानि को न्यूनतम किया जा सके।
- घबरायें नहीं और बच्चों एवं पूरे परिवार को जागरूक करें।
- मोबाइल या रेडियो पर सरकारी एलर्ट सुनें।
- सुरक्षित शरण स्थल एवं बंकर की जानकारी लें।
- अपने घर में मजबूत बिना खिड़की वाला कमरा तैयार रखें।
- शरण स्थल तक जल्दी से पहुँचने का रास्ता पहले से तय करें।
- जरूरी वस्तुएं तैयार रखें। जैसे- पीने का पानी कम से कम तीन दिन का स्टोर करें।
- सूखा भोजन बिस्किट ड्राई फूड आदि भी रखें, जिससे भूख मिटायी जा सके।
- प्राथमिक चिकित्सा किट, टार्च एवं एक्सट्रा सेल भी जरूर रखें।
- जरूरी दस्तावेज जैसे आईडी, मेडिकल रिपोर्ट आदि सुरक्षित रखें।
- खिडकियों पर मोटे पर्दे काले कागज लगायें।
- शीशे से दूर रहे और जमीन पर लेट जायें।
- हवाई हमले के बाद बाहर तभी निकलें जब सरकारी निर्देश मिले।
- घायल हों तो प्राथमिक उपचार करें।
- संदिग्ध वस्तु या बम दिखें तो छूये नहीं पुलिस को सूचित करें।
- यदि रोड पर हो तो वाहन किनारे खड़ा कर वाहन की लाईट बंद कर दें।
- समय समय पर जिला प्रशासन द्वारा जारी आदेशों, निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें।
- ट्रैफिक नियमों और आपदा प्रबन्धन कर्मियों व पुलिस के निर्देशों का पालन करें।
- यह अभ्यास आपकी सुरक्षा के लिए है। इसलिए इसे गम्भीरता से लें और सहयोग करें।
हवाई हमले का रेड सिग्नल 2 मिनट तक ऊँची-नीची आवाज में सायरन बजाया जाता है तथा खतरा टलने की सूचना 02 मिनट तक सायरन को एक ही आवाज में बजाकर दी जाती है, ताकि बचाव एवं राहत की कार्यवाही तुरन्त की जा सके।