जनपद हापुड़ के देहात अंचल में गांवों और जंगलों का फीडर अलग करने के बाद से फसलों पर सूखे का संकट मंडराने लगा है। पूरे दिन में नलकूपों को अधिकतम छह घंटे ही सप्लाई मिल रही है। अभी से देहात की सप्लाई गड़बड़ाने लगी है, ऐसे में फसलें सूख रही हैं, धान की रोपाई के दौरान परेशानी और बढ़ेगी।
शहर को 24 और गांवों को 18 घंटे सप्लाई के आदेश हैं, गांवों की सप्लाई प्रभावित न हो इसके लिए जंगलों के लिए अलग फीडर बनाए गए हैं। करोड़ों रुपये खर्च कर लाइनें भी बन चुकी हैं।
नलकूपों के फीडर गांवों के फीडर से अलग बनाए गए हैं, ताकि दोनों जगह पर्याप्त सप्लाई दी जा सके। गर्मी बढ़ते ही गांवों में कटौती होने लगी है। लेकिन सबसे ज्यादा प्रभाव नलकूप की सप्लाई पर पड़ा है। ऐसे में फसलें सूख रही हैं, धान की रोपाई के दौरान नलकूपों ने और परेशानी बढ़ा रखी है।
नलकूपों को प्रतिदिन करीब छह घंटे ही सप्लाई मिल रही है। इसमें भी अघोषित कटौती कर दी जाती है। गन्ने के खेत खाली हो रहे हैं, गेहूं के खाली खेतों में पलेवा होना है। ऐसे में किसानों को पानी की ज्यादा जरूरत है।
अधिशासी अभियंता मनोज कुमार- ने बताया की नलकूपों के फीडर गांवों के फीडर से अलग बनाए गए हैं, ताकि दोनों जगह पर्याप्त सप्लाई दी जा सके। गर्मियों में नलकूपों को भरपूर सप्लाई मिलेगी। फसलों की सिंचाई में किसानों को परेशानी नहीं होगी।