हापुड़ – निराश्रित गोवंशों के सरंक्षण एवं भरण-पोषण हेतु जनपद स्तरीय अनुश्रवण एवं मूल्याकंन समीक्षा समिति की बैठक जिलाधिकारी श्री अभिषेक पाण्डेय की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गयी।
जिला अधिकारी द्वारा जनपद में संचालित समस्त 36 गौआश्रय स्थलों की समीक्षा की गयी तथा सम्बन्धित नोडल अधिकारी, पशुचिकित्साधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी से गौआश्रय स्थल के विषय में पायी गयी कमियों को दूर करने हेतु निर्देशित किया गया तथा गौआश्रय स्थल में गोवंशों के लिए हरा चारा, भूसा, चोकर, आदि की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु भी निर्देशित किया गया।
मुख्य पशुचिकित्साधिकारी द्वारा गोवंशों को पराली खिलाने के कारण होने वाले दुष्प्रभाव के विषय में अवगत कराया गया। जिसमें बताया गया कि पराली का उपयोग केवल बिछावन के रूप में किया जाये, गोवंशों में पराली खिलाने के कारण डगनाला जैसे रोग हो सकते है। जनपद में बन रहे नवीन वृहद गौ सरंक्षण केन्द्र, शेखपुर खिचरा के निर्माण की प्रगति के सम्बन्ध में चर्चा हुई। निर्माण दायी संस्था को निर्देशित किया गया कि शीघ्र ही निर्माण कार्य पूर्ण किया जाये।
जनपद में गौ आश्रय स्थलों को संचालित कर रही स्वयं सेवी संस्थान को निर्देशित किया गया कि गोबर के उपयोग से गोबर के लठ्ठे बनाये जायें एवं दानदाताओं से दान प्राप्त कर गौ आश्रय स्थलों का विकास किया जाये। जनपद में निराश्रित गोवंश की बढ़ती हुई संख्या को दृष्टिगत रखते हुए जिलाधिकारी द्वारा समस्त खण्ड विकास अधिकारी / अधिशासी अधिकारी, न०पा०परि० हापुड़ को निर्देशित किया गया कि शीघ्र नवीन भूमि के प्रस्ताव उपलब्ध करायें। जिससे नवीन गौ आश्रय स्थलों का निर्माण किया जा सके।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गौतम, उप जिलाधिकारी हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर, जिला विकास अधिकारी, जनपद के समस्त गोआश्रय स्थलों के जनपद स्तरीय नोडल अधिकारी, जिला पंचायतराज अधिकारी, जिला आबकारी अधिकारी, उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, ए०एम०ए० जिला पंचायत, खनन अधिकारी, खाद्य सरंक्षण अधिकारी, जिला सेवायोजन अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त अधिशासी अधिकारी, समस्त उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी / पशुचिकित्साधिकारी डा० ओ०पी० मिश्रा, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, हापुड़ एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।