हापुड़ में दस्तोई रोड स्थित जिला अस्पताल में सिजेरियन प्रसव बेहद कम हो रहे हैं। 11 महीने के अंदर सिर्फ 68 गर्भवतियों का प्रसव कराया है। इसमें दो महीने में सिर्फ एक एक और जून महीने में एक भी सिजेरियन प्रसव नहीं हुआ है।
33 करोड़ की लागत से बने जिला अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सक भी तैनात हैं। स्त्री एवं प्रसूती रोग विभाग में भी चिकित्सकों की कोई कमी नहीं है। फिर भी ऑपरेशन से प्रसव का रिकॉर्ड यहां संतोषजनक नहीं है। प्राइवेट अस्पतालों में 40 फीसदी से अधिक बच्चे ऑपरेशन से ही किए जाते हैं, जबकि सरकारी अस्पतालों में सिजेरियन ऑपरेशन की स्तिथि सामने आने पर गर्भवतियों को या मरीजों को रेफर कर दिया जाता है।
यही कारण है कि जिला अस्पताल में अप्रैल 2023 के बाद से फरवरी 2024 तक सिर्फ 68 गर्भवती महिलाओं के ही ऑपरेशन करके प्रसव कराया गया है। अप्रैल, मई, जून, अक्तूबर और जनवरी महीने में प्रसव का आंकड़ा बेहद कम रहा है। जबकि ईएनटी और जनरल सर्जरी संतोषजनक रही हैं।
जिला अस्पताल में ईएनटी डॉ. मोहिनी सिंह ने 11 महीने में 464 ऑपरेशन किए हैं, इसमें 446 माइनर और 18 मेजर सर्जरी शामिल हैं। इसके अलावा ओपीडी में भी इन्होंने बड़ी संख्या में मरीजों को उपचार दिया है। इसके साथ ही जरनल सर्जन डॉ. ओशो राधे ने भी 354 सर्जरी की हैं, पूरे जिले में वह एक मात्र सर्जन हैं।
सीएमएस डॉ. प्रदीप मित्तल- ने बताया की जिला अस्पताल में धीरे धीरे संसाधन बढ़ रहे हैं, इसी के साथ ऑपरेशन सेवा भी बढ़ाई जा रही है। मरीजों को अस्पताल में बेहतर उपचार दिया जा रहा है।