जनपद हापुड़ में दस्तोई रोड स्थित जिला अस्पताल के लिए पांच साल पहले 24 घंटे सप्लाई की स्वतंत्र फीडर की विद्युत लाइन पहुंच गई थी, लेकिन अभी तक सप्लाई शुरू नहीं हो पाई है। अब सुपरवीजन शुल्क को लेकर निर्वाध सप्लाई में रुकावट आ गई है। स्वास्थ्य विभाग एस्टीमेट का पूरा पैसा दे चुका है, कार्यदायी संस्था ने लाइन सुपुर्द नहीं की इस पर पत्र भी लिखा गया है। बच्चा नर्सरी व ब्लड बैंक सेव शुरू नहीं हो पा रही है।
वर्ष 2016 में दस्तोई रोड पर 33 करोड़ की लागत से जिला अस्पताल का निर्माण शुरू हुआ था। कोरोना महामारी से पहले यह अस्पताल स्वास्थ्य विभाग के हैंडओवर हो गया। तभी से इसमें 24 घंटे सप्लाई की कार्यवाही चल रही है। जिला अस्पताल ने एस्टीमेट का करीब सवा तीन करोड़ रुपये कार्यदायी संस्था पैकफेड को दे दिया है। लाइन को लेकर कई बार रुकावट आई, इसमें कभी जीएसटी तो कभी दूसरे विभाग आमने सामने आते रहे। बहरहाल, अब लाइन बनाने का कार्य पूरा हो गया है।
जिला अस्पताल तक लाइनें बिछा दी गई हैं। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि उनकी ओर से कार्यवाही पूरी हो चुकी है। सिर्फ ऊर्जा निगम को लाइन चार्ज करनी है, लेकिन रुकावट अभी दूर नहीं हुई है। ऊर्जा निगम के अधिकारियों का कहना है कि कार्यदायी संस्था ने अभी तक सुपरवीजन शुल्क जमा नहीं किया है, जिस कारण संस्था लाइन को भी अभी ऊर्जा निगम के हैंडओवर नहीं कर सकी है। यह कार्यवाही पूरी होने के बाद ही लाइन चार्ज की जा सकेगी।
अधीक्षण अभियंता यूके सिंह- ने बताया की जिला अस्पताल के लिए स्वतंत्र फीडर बनाने वाली कार्यदायी संस्था ने अभी तक लाइन ऊर्जा निगम के हैंडओवर नहीं की है। हैंडओवर किए जाने के बाद अस्पताल को निर्बाध सप्लाई मिलेगी।