हापुड़। पहाड़ों और मैदानी इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। इस कारण गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। गंगा में बाढ़ की आशंका देख प्रशासन ने तैयारियों में इजाफा किया है। गंगा का जलस्तर बढ़ने पर ग्रामीणों को निकालने व बचाने के लिए जिला प्रशासन 25-25 नाव, मोटर बोट की व्यवस्था में जुटा है। इसके लिए एक टेंडर भी निकाला गया है।
पहाड़ों और मैदानी इलाकों में लगातार हो रही बारिश से गंगा का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। हरिद्वार और बिजनौर बैराज से भी निरंतर पानी छोड़ा जा रहा है। वर्तमान में समुद्र तल से करीब 197.60 मीटर तक गंगा का जल बह रहा है। यदि इसी प्रकार जलस्तर बढ़ता रहा तो फिर खादर क्षेत्र के करीब 25 गांवों के ग्रामीणों की मुसीबत बढ़ जाएगी।
जलस्तर बढ़ने पर गांवों में रहना मुश्किल हो जाता है। रास्तों पर भी पानी भरा रहने से खाने- पीने और पशुओं के लिए चारे तक की कमी पड़ जाती है। जलस्तर बढ़ने पर कई गांवों के संपर्क मार्गों पर वाहन नहीं चल पाते हैं। आवाजाही का साधन सिर्फ नाव व मोटर बोट आदि ही रह जाते हैं। ऐसे में प्रशासन ने बाढ़ की संभावना को देखते हुए तैयारियों में इजाफा करना शुरू किया है। हालांकि, बाढ़ राहत चौकियां बना दी गई हैं।
बाढ़ से बचाव के लिए ग्रामीणों को निकालने व बचाने के लिए 25-25 नाव, मोटर बोट, चालकों और गोताखोरों की व्यवस्था की जा रही है। एडीएम संदीप कुमार ने बताया कि बाढ़ की संभावना को देखते हुए प्रशासन तैयारियां कर रहा है।