हापुड़ जिले में सर्दी का प्रकोप बढ़ने के साथ ही कमर की डिस्क खिसकने के मरीज भी बढ़ गए हैं। इनमे महिलाओं पर असर अधिक है। विटामिन डी की कमी से लोगों में हड्डी रोग से संबंधित परेशानी हो रही है। सीएचसी और जिला अस्पताल में हर रोज 120 हड्डी रोगी पहुंच रहे है।
सीएचसी के फिजिशियन डॉ. अशरफ अली ने बताया कि विटामिन डी की कमी के कारण भोजन से मिलने वाला कैल्शियम लोगों की हड्डियों तक नहीं पहुंच पा रहा है। जिस कारण हड्डी संबंधी रोग बढ़े हैं।
महिलाओं में डिस्क खिसकने की समस्या अधिक आ रही है। रीढ़ व कमर दर्द के मरीजों के लिए गड्ढों भरी सड़क पर सफर और दर्द बढ़ा सकती है। इसके अलावा सर्वाइकल से गर्दन में दर्द हो सकता है। इसके लक्षण होने पर सुरक्षित यात्रा ही बचाव है। साथ ही रोजाना धूप लेने से भी विटामिन डी की कमी दूर होती है। इसके साथ की सर्दी बढ़ने के कारण हड्डी का पुराना दर्द भी बढ़ा है। जोड़ों में सूजन, गठिया की समस्या सता रही है। बहुत से मरीजों के पैरों पर सूजन और चलने में समस्या की परेशानी अधिक है। जिन्हें सिकाई की सलाह भी दी जा रही है। सीएचसी, जिला अस्पताल और निजी अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी है।
विटामिन-डी हमारे शरीर के लिए एक बेहद जरूरी पोषक तत्व है। यह हमारी हड्डियों, इम्यून सिस्टम और मूड को बेहतर बनाए रखने के साथ-साथ और भी कई चीजों के लिए जरूरी होता है। हालांकि, अक्सर लोगों में इस विटामिन की कमी (Vitamin D Deficiency) रहती है। इसके कारण कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, विटामिन-डी की कमी के कारण शरीर में कई समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए इसकी कमी से बचाव करना जरूरी है।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. समरेंद्र राय ने बताया कि मौसम में बदलाव से नजला, खांसी, कोल्ड डायरिया का असर बढ़ा है। बच्चों में निमोनिया का असर भी है हालांकि, बुखार के मरीज पिछले दिनों की तुलना में घटे हैं।