जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाए रखने के लिए बने एसटीपी और सीवर लाइन नगरपालिका क्षेत्र के लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। एसटीपी बंद पड़े हुए हैं और सीवर लाइन चोक है, जिसके कारण गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। सड़क से ऊंचे बनाए मैनहोल से हो हादसे रहे है। लोगों में रोष बढ़ रहा है।
करोड़ों रुपये की लागत से गढ़ और ब्रजघाट में दो एसटीपी बने हैं, जिन तक आबादी का दूषित पानी पहुंचाने के लिए नगरपालिका क्षेत्र में सीवर लाइन बिछाई गई थी। वहीं, जगह-जगह मैनहोल बनाए गए। लेकिन करीब दो साल से दोनों एसटीपी बंद पड़े हुए हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि मानक के अनुरूप न बने होने के कारण सीवर लाइन चोक हो गई हैं, जिसके कारण मैनहोल ओवरफ्लो हो चुके हैं। पहले तो गंदा पानी केवल नालियों में बहता था, अब मैनहोल से निकलकर दूषित पानी सड़कों और गलियों में भर रहा है। गंदगी के कारण आसपास दुर्गंध फैली हुई है।जिससे आवागमन में भी परेशानी होती है।
पालिका क्षेत्र में तहसील मार्ग, पुरानी दिल्ली मार्ग व अन्य कई स्थानों पर मैनहोल की ऊंचाई सड़क से भी अधिक है, जिस कारण हर समय हादसे होने की भी संभावना बनी रहती है। नगर के रिफ्यूजी कॉलोनी, उपाध्यायनगर, आदर्शनगर, महावीर कॉलोनी, मुख्य बाजार, तार गली के साथ ही अन्य सभी गली और मोहल्लों में रहने वाले लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं। लोगों का कहना है कि क्षतिग्रस्त मैनहोल की मरम्मत के साथ सड़क से ऊंचे मैनहोल भी ठीक कराने की मांग कई बार की है।
नगर पालिका ईओ मुक्ता सिंह ने बताया कि समय-समय पर ओवरफ्लो सीवर लाइन की सफाई कराई जाती है, इसके अलावा क्षतिग्रस्त मैनहोल के ढक्कन भी बदलवाए गए हैं। जिन स्थानों पर दिक्कत है, वहां टीम भेजकर समस्या का समाधान कराया जाएगा।