जनपद में मरीजों को अस्पताल ले जानी वाली जिले की एंबुलेंस खुद बीमार है। किसी की फिटनेस खत्म हो चुकी है, तो किसी के पास परमिट नहीं है। एआरटीओ ने बिना फिटनेंस दौड़ रही पांच एंबुलेंस स्वामियों को नोटिस जारी कर दिए है।
जिले में कुल 69 सरकारी व निजी एंबुलेंस पंजीकृत हैं। जो जिले के विभिन्न अस्पतालों तक मरीजों को लाने ले जाने का कार्य करती है। लेकिन इनमें से पांच एंबुलेंस की फिटनेस खत्म हो चुकी है, इसके बाद भी सड़कों पर जर्जर एंबुलेंस दौड़ रही हैं। जिससे मरीजों की जान को खतरा बना रहता है। एआरटीओ ने ऐसे पांच एंबुलेंस स्वामियों को नोटिस जारी कर जल्द ही फिटनेस कराकर मानकों को पूरा करने के निर्देश दिए हैं। ऐसा ना करने पर एंबुलेंस सीज की जाएंगी।
जबकि करीब दस एसी एंबुलेंस हैं, जिनमें प्राथमिक उपचार के उपकरणों की कमी है या फिर प्रदूषण अधिक फैला रही हैं। ऐसी बीमार एंबुलेंस मरीजों के लिए घातक साबित हो सकती है।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी आशुतोष उपाध्याय- ने बताया कि बिना फिटनेंस दौड़ रही पांच एंबुलेंस स्वामियों को नोटिस जारी कर उनकी फिटनेस कराने व अन्य मानकों को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। अगर ऐसा नहीं कराया गया तो एंबुलेंस सीज कर दी जाएंगी।