सावन माह के पहले सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान आशुतोष का विधि विधान से जलाभिषेक व पूजा अर्चना की। इस दौरान हर हर महादेव के उद्घोष से शिवालय गूंज उठे। बम-बम भोले के जयकारों से शिवालय गूंज उठा। अधिकांश घरों में श्रद्धालुओं ने व्रत रखा और मनोकामनाएं मांगी।
श्रद्धालुओं को पुरे साल इस सावन मास का इंतजार रहता है। सावन मास भगवान शिव का प्रिय और उनकी पूजा-अर्चना का होता है। चार जुलाई को सावन माह की शुरूआत हो गई थी। सावन के पहला सोमवार को सुबह से ही श्रद्धालु शिवालयों में पहुंचने लगे। सुबह होते ही सभी मंदिर पर भीड़ उमड़ पड़ी। हजारों श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया।
मंदिर पर भगवान शिव के दर्शन करने के लिए महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं की लंबी कतार लग गई। महिलाएं बेल, धतूरा, भांग, बेर एवं दूध चढ़ाकर भगवान शिव से वरदान मांगीं। शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की कतार लगी रही। वहीं शिवभक्तों ने व्रत रखकर मन्नत मांगी। कई श्रद्धालु मंदिरों में नंगे पैर हाथों में दूध और जल लेकर पहुंचें। जहां श्रद्धालुओं ने भगवान आशुतोष का जलाभिषेक कर फूल, बेलपत्र, दूध, अक्षत, चंदन, रोली आदि से भगवान आशुतोष की पूजा कर उन्हें प्रसन्न किया।
गांव सबली स्थित प्राचीन शिव मंदिर, ग्राम छपकौली श्री श्यामेश्वर महादेव मंदिर, शिवपुरी स्थित शिव मंदिर, चंडी मंदिर, माहेश्वरी मंदिर, आवास विकास प्राचीन शिव मंदिर, पुराना बाजार स्थित प्राचीन शिव मंदिर, बाबा बख्तावर नाथ मंदिर समेत सभी शिवालयों में श्रद्धालुओं ने भगवान शिव की पूजा अर्चना की।
इस दौरान मंदिर प्रांगण बम बम भोले और हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज उठे। श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने व्यवस्था की। इस दौरान शिवालयों की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही। पुलिस प्रशासन के अधिकारी मंदिरों में जाकर सुरक्षा व्यवस्था का मुआयना करते रहे।
शहर के कांवडिये गोमुख गंगोत्री से पदयात्रा कर गंगाजल ला रहे हैं। सावन के पहले सोमवार को कांवडिय़ों ने केदारनाथ मंदिर में बाबा केदारनाथ का जलाभिषेक किया। इस मौके पर महेश तोमर, सुरेंद्र कुमार, बबलू तोमर, हरेंद्र तोमर आदि मौजूद रहे।