हापुड़ में पिछले दो माह से शहर में निर्माण कार्य कराने को लेकर नगर पालिका ने कोई टेंडर नहीं निकाला है। इसकी वजह जिला मुख्यालय में धूल फांक रहीं आठ करोड़ के विकास कार्यों की फाइलें हैं। प्रस्ताव बनाकर भेज चुके हैं, लेकिन कोई स्वीकृति अब तक प्राप्त नहीं हुई है।
नगर पालिका को 15वें वित्त से यह धनराशि मिली थी। जिसके लिए निर्माण विभाग के अधिकारियों ने करीब 16 करोड़ रुपये के 67 प्रस्ताव बनाकर डीएम कार्यालय को भेजे थे, लेकिन इन कार्यों को लेकर कोई स्वीकृति अब तक प्राप्त नहीं हुई है। इसके लिए पिछले दिनों सभासदों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर भी रोष जताया था।
करीब तीन माह पहले नगर पालिका को 15वें वित्त आयोग से सड़क, नाले और नाली निर्माण के लिए आठ करोड़ की धनराशि प्राप्त हुई है। इसके बाद निर्माण विभाग के अधिकारियों ने पालिकाध्यक्ष व ईओ की अनुमति से प्रस्ताव बनाकर जिला मुख्यालय को भेज दिए, लेकिन यह प्रस्ताव अटके हुए हैं। अधिकारियों के दोगुना धनराशि के प्रस्ताव भेजने के कारण भी यह अटक गए हैं।
यदि अधिकारी सिर्फ आठ करोड़ की धनराशि के ही प्रस्ताव भेजते तो अन्य दूसरे प्रस्तावों को दूसरे फंड से कराया जा सकता। दो महीने से शहर में निर्माण कार्य कराने के लिए टेंडर नहीं निकाला गया। प्रस्तावों को स्वीकृति न मिलने के कारण शहर में विकास कार्य ठप हो गए हैं। इसको लेकर सभासदों ने बोर्ड बैठक में भी शिकायत की।
डिप्टी कलक्टर मनोज कुमार का कहना है कि प्रस्ताव बनाकर भेज चुके हैं। जल्द ही कार्यों को अनुमति मिल जाएगी। इसके बाद टेंडर प्रक्रिया करके निर्माण शुरू कराएंगे।