जनपद हापुड़ के धौलाना में निराश्रित गोवंशों के संरक्षण को लेकर सरकार द्वारा लाख दावे किए जा रहे हों, लेकिन स्थिति इसके उलट है। धौलाना तहसील परिसर और पार्क पर इनका कब्जा है। अधिकारी भी इन्हें गोशाला नहीं भिजवा पा रहे हैं। तहसील परिसर में लोगों का आना-जाना लगा रहता है और यहां अधिकारी भी रहते हैं। लेकिन तहसील परिसर में निराश्रित पशुओं ने में डेरा डाला है, पार्क को चारागाह बनाया है।
बार एसोसिएशन तहसील धौलाना के अध्यक्ष अनिल शर्मा का कहना है कि अधिवक्ताओं के सहयोग से बनाया गया तहसील परिसर स्थित पार्क अब अपनी सुंदरता के लिए नहीं निराश्रित पशुओं की चारागाह के लिए जाना जा रहा है।
अधिवक्ताओं के सहयोग से लाखों रुपये के पेड़, पौधे और फुलवारी लगाकर पार्क को विकसित किया था। लेकिन तहसील परिसर और यहां के पार्क में गोवंशों का जमावड़ा रहता है। पार्क की हरी भरी घास सूख चुकी है। पशुओं ने पेड़-पौधे सब तबाह कर दिए हैं। इनकी मांग है कि अधिकारी इस ओर ध्यान कर समस्या का निस्तारण कराएं।