जनपद हापुड़ के ब्रजघाट गढ़ गंगा में उफान बढ़ने पर खादर क्षेत्र के कई गांवों का बाहरी छोर तक गंगा का पानी पहुंच गया है। किसानों को पानी से होकर आवागमन करना मजबूरी हो गई है। लठीरा के कच्चे घाट पर रखे तख्त व अन्य सामान पानी में डूबने लगे हैं। गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण नावों के संचालन पर रोक है। लेकिन गंगा में बैखोफ नाव संचालित हो रही है।
भले ही पश्चिमी उप्र और दिल्ली, एनसीआर में मानसूनी बारिश का सिलसिला काफी कम रहा है लेकिन, पहाड़ों पर झमाझम बारिश होने से बांधों में पानी की मात्रा बढ़ने पर पानी छोड़े जाने से गढ़-ब्रजघाट गंगा में बड़ी तेजी के साथ उफान बढ़ता जा रहा है, जिससे रविवार को गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से महज 10 सेंटीमीटर की दूरी पर रह गया है।
एसडीएम साधी शर्मा ने गंगा के उफान से बड़े जलस्तर की गिरफ्त में आए कई गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। ग्रामीणों को पूरी तरह सतर्क रहने के साथ ही गंगा नदी के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी पर नजर रखकर तहसील प्रशासन को सूचना मुहैया कराने का निर्देश भी दिया गया। बाढ़ नियंत्रण आयोग के सूत्रों का कहना है कि जलस्तर बढ़ने से रविवार की शाम तक गढ़- ब्रजघाट गंगा 198.53 मीटर से बढ़कर समुद्रतल से 198.55 मीटर के निशान पर पहुंच चुका है।
एसडीएम ने कहा कि ब्रजघाट में गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण नावों के संचालन पर रोक है। इस का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।