हापुड़ में राशन कार्ड के जरिए आयुष्मान में शामिल पात्रों को इलाज के दौरान भटकना पड़ रहा है। क्योंकि इनके राशन कार्डों में उप नाम, पता समेत कई त्रुटियां हैं, जिनका मिलान आयुष्मान से नहीं हो पा रहा है। ऐसे लोग सीएमओ कार्यालय आकर, दोनों नामों के बीच अंतर को संशोधित करा रहे हैं। आयुष्मान पखवाड़ा 30 सितंबर तक चलेगा।
सर्वप्रथम 2011 की जनगणना से पात्रों की सूची स्वास्थ्य विभाग को सौंपी गई थी। इसके बाद से श्रम कार्ड धारक, अंत्योदय, राशन कार्ड पर छह यूनिट से अधिक वालों का भी योजना में शामिल किया गया। हालांकि इन नामों की सूची भी शासन से ही आई।
राशन कार्ड के जरिए जो लोग योजना में जुड़े हैं, उन्हें इलाज के दौरान सबसे अधिक परेशानी आ रही है। क्योंकि अस्पताल आयुष्मान कार्ड के साथ में राशन कार्ड भी मांग रहे हैं। इन दोनों का मिलान किया जा रहा है, यदि एक उप नाम या पते में भी भिन्नता है तो उसे उपचार से वंचित कर दिया जाता है। सीएमओ कार्यालय में बने केंद्र पर हर रोज 10 से 15 लोग संशोधन के लिए पहुंच रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग को 2.58 लाख लोगों के गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य मिला था। लेकिन लगातार योजना का दायरा बढ़ता गया और इसमें पात्र भी बढ़े। वर्तमान में विभाग 333348 लोगों को कार्ड मुहैया करा चुका है, जो लक्ष्य का करीब 129 फीसदी है।
जिले में 20 से 30 सितंबर तक आयुष्मान पखवाड़ा शुरू किया गया है। जिले में बने सीएचओ सेंटर पर कार्ड बनाए जाएंगे। इन केंद्रों पर पहुंचकर पात्र आसानी से अपने कार्ड बनवा सकेंगे। हाल ही में 10052 पात्रों की सूची विभाग को मिली है। इन पात्रों का सत्यापन किया जा रहा है। जल्द ही इस सत्यापन के बाद इन लोगों को लाभ मिल सकेगा।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की पात्रता सूची में जिनका नाम है, उन्हें हर संभव इलाज दिलाया जा रहा है। राशन कार्ड और आयुष्मान में नाम, पते को लेकर कुछ शिकायतें मिल रही हैं, जिनका भी निस्तारण कराया जा रहा है।