जनपद हापुड़ में सिंभावली क्षेत्र के गांव बड्ढा में डेंगू के चार मरीज मिले हैं, रेपिड किट की जांच में दो मरीजों में मलेरिया की पुष्टी हुई है। बृहस्पतिवार को सीएमओ ने टीम के साथ गांव का निरीक्षण किया। कैंप लगवाकर मरीजों को दवाएं दी गई, साथ ही संदिग्ध मरीजों के सैंपल भी लिए। अब तक छह मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है।
मच्छर लगातार वार कर रहे हैं और इसके शिकार से बीमार बढ़ रहे हैं। बरसात के मौसम में डेंगू फैलने लगा है। शहर के मोहल्लों में जलभराव मुसीबत बना हुआ है। धौलाना के बाद अब सिंभावली ब्लॉक में डेंगू ने दस्तक दी है। चार दिन के अंतराल में यहां चार मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो गई है। सूचना पर सीएमओ डॉ.सुनील कुमार त्यागी मलेरिया विभाग की टीम के साथ गांव पहुंचे। वहां रेपिड टेस्ट से जांच शुरू कराई, इसमें दो मरीजों में मलेरिया पॉजिटिव आया। इनके सैंपल लैब भेज दिए गए।
जिन स्थानों पर मरीज मिले हैं, वहां कंटेनमेंट क्षेत्र में की जाने वाली सारी गतिविधियां कराई गई। सीएचसी सिखैड़ा की ओर से गांव में शिविर लगाया गया। डीएमओ सतेंद्र कुमार के नेतृत्व में मलेरिया विभाग की टीम ने पूरे गांव में एंटी लार्वा का छिड़काव कराया साथ ही संभावित ब्रीडिंग श्रोत को नष्ट कराया। कैंप में डीएमओ सतेंद्र कुमार ने मलेरिया से बचाव के लिए जरूरी जानकारी दी।
बताया कि डेंगू संक्रमण के लिए जिम्मेदार एडीज मच्छर रुके हुए साफ पानी में होता है। ज्यादा दिन पानी भरा हुआ ना रखे। इसलिए घर के एसी और फ्रीज की ट्रे के साथ कूलर और गमलों में पानी बदलते रहें। डॉ. राजश्री ने बताया कि अधिक ऊंचाई तक न उड़ने वाला यह मच्छर अक्सर घुटनों से नीचे काटता है। इसलिए पूरे शरीर को ढकने के साथ पैरों को भी ढक कर रखना जरूरी है।