जनपद हापुड़ के वैठ गांव में डेंगू संक्रमित मरीज के मिलने पर मंडलीय कीट विशेषज्ञों की टीम ने निरीक्षण किया। इसमें हर दूसरे घर में लार्वा मिला। टायर, कूलर, गमले और फ्रिज की ट्रे में भी लार्वा पनपता मिला। स्प्रे कर इसे नष्ट कराया गया।
बरसात के बाद डेंगू का लार्वा अब मच्छर बनकर उड़ने लगा है। मरीजों की सेहत पर हमला कर रहा है, बुधवार को एक नया मरीज सामने आया। सरकारी लैब ने उसमें पुष्टि की। जिसके बाद से गांव वैठ में स्वास्थ्य विभाग की टीम डीएमओ डॉ.सतेंद्र कुमार और राजश्री पुंडीर के नेतृत्व में पहुंची। मंडलीय टीम में कीट विशेषज्ञ डॉ. कीर्ति त्रिपाठी भी टीम के साथ वैठ गांव पहुंची और सर्वे किया। वहां अभियान चलाकर लार्वा खोजा गया।
हर दूसरे घर में कहीं न कहीं लार्वा मिला, छतों पर पड़े खाली डिब्बों में लार्वा तैरता मिला। इतना ही नहीं घरों के अंदर लगे कूलर, फ्रिज की ट्रे, टायरों में भी लाव मिला। एंटी लार्वा का फॉगिंग कराकर, लाव नष्ट कराया गया। साथ ही संदिग्ध मरीजों के सैंपल जुटाकर सरकारी लैब में एलाइजा टेस्ट के लिए भेजे गए। वायरल में ब्लड प्लेटलेट्स तेजी से गिर रही हैं। कई मरीजों में ये घटकर 20 हजार तक भी आ गई है। ऐसे में मरीजों में ब्लीडिंग का खतरा बढ़ रहा है। ऐसे मरीजों को प्लेटलेट्स चढ़ाई भी जा रही हैं।
जिले में इन दिनों टाइफाइड का असर डेंगू से अधिक है। सीएचसी की लैब में परीक्षण के दौरान हर रोज करीब पांच से आठ मरीज टाइफाइड संक्रमित निकल रहे हैं। जिले में अब डेंगू के 19 मरीज हो गए हैं, जबकि 20 से अधिक संदिग्धों के सैंपल जुटाए गए हैं।
हापुड़ सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- का कहना है की जिले में अब तक डेंगू के 19 मरीज आए हैं, जिनकी निगरानी कराई जा रही है। कोई मरीज गंभीर नहीं है, जहां मरीज मिल रहे हैं वहां लार्वा नष्ट करने का अभियान चलाया जा रहा है।