हापुड़ में स्वास्थ्य विभाग ने शहरी क्षेत्र के करीब 20 मोहल्लों में लार्वा खोजने का अभियान चलाया। इसमें 17 घरों के अंदर कूलर आदि में लार्वा मिला, जिन्हें नोटिस जारी किया गया। साथ ही डेंगू, मलेरिया के संदिग्ध 30 नमूने जांच के लिए लैब भेजे हैं।
जिले में अभी तक डेंगू के 11 मामले सामने आए हैं। बरसात के बाद से डेंगू का लार्वा पनपने का खतरा अधिक बढ़ गया है। सीएचसी और जिला अस्पताल में सोमवार को बुखार के 643 मरीज आए। इनमें 30 के अंदर डेंगू, मलेरिया के लक्षण मिले। जिनका नमूने जांच के लिए लैब भेजे गए हैं। 12 मरीजों को सरकारी अस्पतालों के वार्डों में भर्ती कराया गया। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने शक्तिनगर, श्रीनगर, साकेत, राधापुरी, शिवपुरी, पन्नापुरी, रघुवीरगंज, त्यागीनगर समेत 20 से अधिक मोहल्लों में सर्वे किया।
इस दौरान बड़ी मात्रा में डेंगू का लार्वा मिला। नाली, सार्वजनिक स्थानों पर मिले लार्वा को तत्काल ही विभाग की टीमों ने नष्ट करा दिया। घरों के अंदर भी कूलर आदि में लार्वा मिला। इस पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा 17 घर स्वामियों को नोटिस दिए गए। 24 घंटे के अंदर उन्हें लार्वा खुद ही नष्ट करना होगा। मंगलवार को टीम के निरीक्षण में लार्वा मिलने पर जुर्माना लगाया जाएगा।
जिले में अब तक डेंगू के 11 मरीज जिले में डेंगू के अब तक 11 मरीज मिल चुके हैं। इसके अलावा दूसरे राज्यों के भी यहां दो मरीज डेंगू पॉजिटिव आए हैं। पिछले सालों के मुकाबले इस बार डेंगू का असर कम है। हालांकि वायरल का प्रकोप अधिक है।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की डेंगू को रोकने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। लार्वा नष्ट करने के अभियान से जुड़कर, लार्वा को नष्ट करने में सहयोग दें। 17 लोगों को नोटिस जारी किया गया है।