हापुड़ जिले की दोनों चीनी मिलों पर गन्ने की नई प्रजाति के बीज की खरीद का भुगतान न करने और इसे बेसिक कोटे में न जोड़े जाने के विरोध में मंगलवार को भाकियू संघर्ष के पदाधिकारियों ने डीसीओ को ज्ञापन सौंपकर, समाधान की मांग उठाई।
जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रधान ने कहा कि चीनी मिल किसानों का शोषण कर रही हैं। पिछले सत्र का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। पिछले सात सालों से यही स्थिति है, हर साल करीब 150 करोड़ रुपये अटका दिए जाते हैं। हर महीने 70 करोड़ भुगतान के आदेश के बावजूद चीनी मिल इस पर खरे नहीं उतर रहे ।
उन्होंने कहा कि गन्ने की नई प्रजातियों के बीज की खरीद का भुगतान किसानों को नहीं किया गया है। इसका किसानों को भुगतान कर, अविलंब बीज की सप्लाई को बेसिक कोटे में जोड़कर पर्ची लगाई जाए।
दिवाली से पहले भुगतान कराने व नई प्रजाति के बीज खरीद को बेसिक कोटे में जोड़ने की मांगों का निस्तारण नहीं होने पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी। ज्ञापन सौंपने वालों में रोहतास प्रधान, राजपाल, सोबी हूण, मंगल गुर्जर आदि मौजूद रहे।