हापुड़ शहर में भूगर्भ जलस्तर नीचे खिसने लगा है। बीते एक साल में 10 फुट जलस्तर गिरा है। इसके बाद भी नगर पालिका के अधिकारी चिंतित नहीं हैं। पानी का दुरुपयोग बचाने के लिए नियमों का पालन नहीं हो रहा है।
भूगर्भ जल विभाग और नगर पालिका के आंकड़े देखें तो पिछले वर्ष तक 80 फुट तक बोरिंग करने की आवश्यकता पड़ रही थी। इस बार नगर पालिका ने नए नलकूप के जो बोरिंग किए हैं। वह भी 10 फुट अधिक गहरे हुए हैं। पिछले वर्ष कहीं-कहीं पर 85 फुट तक बोरिंग करने पड़े थे, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। इस समय शहर में 90 से 95 फुट तक बोरिंग पर पानी निकल रहा है। एक साल में भूजल का स्तर तेजी से गिरा है, लेकिन अधिकारी मौन हैं।
बिना किसी रोक-टोक घरों में लगातार सबमर्सिबल लगाए जा रहे हैं। वर्तमान में शहर में 6500 से अधिक घरों में सबमर्सिबल लगे हुए हैं। भूजल का सबसे अधिक दोहन सबमर्सिबल के जरिए ही हो रहा है। जबकि, नगर पालिका सभी मोहल्लों में अपनी पानी की पाइप लाइन होने की बात कहती है। ऐसे में सबमर्सिबल लगाने पर कार्यवाही करनी चाहिए, लेकिन ऐसा एक बार भी नहीं हुआ है।
ईओ व एसडीएम मनोज कुमार- ने बताया की भूजल का स्तर शहर में भी न गिरे, इसके लिए लगातार काम कर रहे हैं। सभी पार्कों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनवाए गए हैं। लोग सबमर्सिबल का प्रयोग न करें। लीकेज को समय पर सही कराने के लिए जलकल विभाग को निर्देश दिए गए हैं।