जनपद हापुड़ में डहाना के प्राइमरी स्कूल में छत का प्लास्टर गिरने के मामले में बीएसए ने कार्यवाही की। जिसमे डहाना की प्रधानाध्यापक और शिक्षिका निलंबित कर दिया है। साथ ही जिला समन्वयक निर्माण को नोटिस जारी कर चेतावनी दी है। डीसी निर्माण को ग्रीष्मावकाश में भी विद्यालयों का सर्वे के आदेश दिए है।
सोमवार को डहाना के प्राथमिक विद्यालय प्रथम में कक्षा चार में पढ़ने वाले छात्र के सिर पर छतं का मलबा गिर गया था। छात्र का इलाज जीएस मेडिकल में चल रहा है. मंगलवार को बीएसए ने विद्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि विद्यालय का भवन जर्जर था, विद्यालयों के जीर्णोद्धार के लिए पूर्व में बनाई गई सूची में प्रधानाध्यापिका ने विद्यालय का नाम नहीं भेजा था। जिस कारण इस विद्यालय पर अधिकारियों का ध्यान नहीं गया।
हालांकि विभाग के डीसी निर्माण की लापरवाही भी इसमें स्पष्ट है, क्योंकि उन्हें विभाग में इसी कार्य के लिए रखा गया है ऐसे में जर्जर भवन उनकी सूची में न होना गंभीर मामला है। निरीक्षण के दौरान विद्यालय की प्रधानाध्यापिका और संबंधित कक्षा की सहायक अध्यापिका दोषी मिले हैं।
बहरहाल, बीएसए ने प्रधानाध्यापिका सीमा व सहायक अध्यापिका सोनम को निलंबित कर दिया है। साथ ही जिला समन्वयक निर्माण को कठोर चेतावनी देते हुए ग्रीष्मावकाश में भी विद्यालयों के निरीक्षण का आदेश दिया।
इसके अलावा सपनावत के प्राथमिक विद्यालय नंबर दो, प्राथमिक विद्यालय सालेहपुर का निरीक्षण किया । सपनावत में सफाई की व्यवस्था बदहाल मिली। विद्यालय की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका का अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। विद्यालय का शिक्षामित्र भी बिना बताए गैरहाजिर मिला, उसका भी वेतन रोक दिया गया है। प्राथमिक विद्यालय सालेहपुर कोटला में कार्यरत नौ के स्टाफ में दो अध्यापक अवकाश पर मिले, एक शिक्षामित्र विद्यालय से बिना बताए अनुपस्थित मिला, अभिलेखों का रख रखाव उचित नहीं मिला। प्रधानाध्यापक का स्पष्टीकरण मांगा गया है।
बीएसए अर्चना गुप्ता- का कहना है कि डहाना के प्राथमिक विद्यालय प्रथम में छत का मलबा बच्चे के ऊपर गिरने के मामले में प्रधानाध्यापिका सीमा और सहायक अध्यापिका सोनम को निलंबित कर दिया है। बच्चों को जर्जर विद्यालयों में नहीं पढ़ने दिया जाएगा।