हापुड़ में श्री रामलीला समिति के तत्वावधान में दिल्ली रोड स्थित रामलीला मैदान में चल रहे मेले में दशहरे के अवसर पर मंगलवार को लोग बड़ी संख्या में नगर समेत गांव देहात से मेला देखने के लिए पहुंचे। गांव देहात क्षेत्र से लोग अपने वाहनों से दोपहर बाद से ही मेला देखने के लिए पहुंचने शुरू हो गए थे। मेले में भीड़ को देखते हुए पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही।
असत्य पर सत्य की विजय का पर्व विजयादशमी नगर सहित जिले के विभिन्न इलाकों में धूमधाम से मनाया गया। रामलीला मैदान में लगने वाला प्राचीन दशहरा मेला हापुड़ समेत आसपास के जिलों में प्रसिद्ध है। यहां रामलीला के दौरान मेघनाद, कुंभकरण और राम रावण का युद्ध देखने के लिए बड़ी संख्या भीड़ जमा रहती है।
लोगों का हुजूम राम-रावण युद्ध देखने को डटा रहा। उधर, मेले में लोंगों ने राम-रावण युद्ध के साथ ही आतिशबाजी का लुत्फ भी उठाया। आधी रात के बाद से ही जोरदार आतिशबाजी का प्रदर्शन होना शुरू हो जाता है। सुबह करीब चार बजे मेघनाद, कुंभकरण और रावण के पुतलों का दहन होता है। राम के चले तीर से रावण का पुतला धधक उठा और लोगों ने जय श्रीराम का जयकारा लगाया।
मंगलवार दोपहर बाद से ही बड़ी संख्या में गांव, देहात और शहर से लोग रावण दहन को देखने के लिए रामलीला मैदान पहुंचने शुरू हो गए। मेले में मौत का कुआं और बड़े-बड़े झूले आकर्षक का केंद्र बने रहे।