हापुड़। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश का पालन करते हुए जिला प्रशासन ने खूंखार प्रजाति के कुत्तों के पालने पर रोक लगा दी है। ताकि इससे आम आदमी को कोई हानि न हो।
मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. एनएन शुक्ला ने बताया की खूंखार कुत्तों की नस्ल जैसे पिटबुल टेरियर, टोसा इनु, अमेरिकन स्टैफोर्डशायर टेरियर, फिला ब्रासीलीरो, डोगो अर्जेंटीनो, अमेरिकन बुलडॉग, बोअरवेल, कांगल, मध्य एशियाई शेफर्ड डॉग (ओवचाकका), कोकेशियान शेफर्ड डॉग (ओवचाकी), दक्षिण रूसी शेफर्ड कुत्ता (ओवचाकी), टॉर्नजैक सरप्लानिनैक, जापानी टोसा, अकिता, मास्टिफ्स (बोरबुल्स), रॉटवीलर, टेरियर्स, रोडेशियन रिजबैंक, वुल्फ कुत्ते, कैनारियो, अकबाश कुत्ता, मॉस्को गार्ड कुत्ता, केन कोरो आदि को बैन डॉग (या प्रतिबन्धित माना) गया है।
लगातार कुत्तों के हमले की कई घटनाएँ सामने आ रही है। जिसके चलते जिला प्रशासन द्वारा इन खूंखार कुत्तों की इन नस्लों को पालने पर रोक लगा दी गई है ताकि आसपड़ोस के लोगों को या आम आदमी को किसी तरह की कोई हानि न हो। साथ ही उक्त खूंखार कुत्तों की नस्लों को आयात, प्रजनन, क्रय-विक्रय करने को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित किया जाता है।