जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर के गोशालाओं में रह रहे निराश्रित गोवंश गर्मी के कारण बेहाल है। सरकारी गोशालाओं में व्यवस्था राम भरोसे चल रही है। तेज धूप में तपते टीन शेड के बीच गोवंश लू के थपेड़े झेल रहे हैं। गढ़ क्षेत्र के गांव जखैड़ा रहमतपुर की यही हालत है। यहां चाहरदीवारी तक नहीं है। दोपहर में पशु तपती टिन शेड के नीचे लू के थपेड़े झेल रहे हैं। खाने के लिए रूखा भूसा दिया जा रहा है। पेड़ की छांव के सहारे पशु धूप से बचते हुए दिखाई दे रहे हैं।
बुधवार की सुबह गोशाला की पड़ताल की गई, जहां लगभग 46 गोवंश हैं। पानी और चारे की व्यवस्था तो है, लेकिन संतोषजनक नहीं है। निराश्रित गोवंश के लिए चलाई जा रहीं गोशालाओं में टिनशेड के नीचे तपते गोवंश बेहाल हैं। यहां बदहाली का आलम यह है कि चारदीवारी तक नहीं है। टिन शेड में पंखा तो लगा है लेकिन गर्म हवा चल रही हैं। पानी के लिए नलकूप का प्रयोग किया जाता है। पशुओं को धूप से बचाने के लिए तिरपाल की व्यवस्था नहीं है। गोशाला में ठीक से साफ-सफाई भी नहीं है। हौज में ठंडा पानी भरा जाता है, लेकिन इस भीषण गर्मी में दोपहर के समय पानी खौलने लगता है। जबकि दोपहर में पशुओं को सबसे ज्यादा प्यास लगती है।
धूप में टीन शेड के नीचे खड़े गोवंश भी बेहाल दिखाई दिए। कुछ पशु बहुत कम छांव वाले पेड़ों के नीचे बंधे हुए थे। दोपहर के समय टिन शेड के नीचे गोवंश हांफते हुए दिखाई दिए।
ग्रामीणों ने बताया कि गोशाला में खाने के लिए भूसा और हरा चारा दिया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। हरा चारा पशुओं को नहीं मिल पा रहा है। पशुओं को खिलाने के लिए दाना बोरी में रखा हुआ है, लेकिन यह भूसे पर दिखाई नहीं दे रहा है। एसडीएम साक्षी शर्मा का कहना है कि इस संबंध में उन्हें जानकारी नहीं है, लेकिन टीम को भेजकर जांच कराकर गोशाला में व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जाएंगी।