हापुड़ जिले में कोरोना के चलते जिले में सीएचसी, जिला अस्पताल में बेड रिजर्व करा दिए गए हैं, मॉक ड्रिल की शासन से तिथि घोषित हो गई है। लेकिन जांच के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। कोठीगेट अस्पताल में डायट परिसर में बनाये जांच केंद्र भी बंद पड़े हैं।
जिले में कोरोना के मरीज बढ़ने लगे हैं, हाल ही में जिला अस्पताल की पैथोलॉजिस्ट कोरोना पॉजिटिव मिली है। इसके साथ ही एक अन्य मरीज भी कोरोना संक्रमित मिला है। जिले में तेजी से केस बढ़ रहे हैं, शासन ने संज्ञान लेकर मॉक ड्रिल की घोषणा कर दी है। सीएचसी में भी संदिग्ध मरीजों की पहचान करने वाला स्टाफ नदारद है। कागजों में ही जांच लक्ष्य के सापेक्ष करने का दावा किया जा रहा है।
जिला अस्पताल में मरीजों की सख्या बढ़ रही है। वहीं गढ़ रोड स्थित सीएचसी में अधिक मरीज पहुंच रहे है। तैयारियों को लेकर जिला अस्पताल में 50 बेड और सीएचसी अस्पतालों में 20-20 बेड रिजर्व कराए गए हैं। कई कोविड अस्पतालों की बिल्डिंग भी तैयार हो गई हैं। लेकिन जांच के नाम पर घोर लापरवाही बरती जा रही है।
कोठीगेट पीपीसी पर हापुड़ शहर के मुख्यत बुलंदशहर रोड के मरीज सबसे अधिक संख्या में आते हैं। महिलाओं का यहां इलाज किया जाता है, कोरोना की दस्तक होने पर सबसे पहले जांच कैंप यहीं लगता था। लेकिन इन दिनों कैंप बंद है और जांच भी नहीं हो रही हैं। कोठीगेट पीपीसी, डायट परिसर में बना जांच केंद्र बंद पड़े हैं। कोरोना के संदिग्ध मरीजों को ऐसे ही दवाएं देकर भेज दिया जाता है।
हापुड़ सीएमओ डॉ.सुनील त्यागी- ने कोरोना महामारी को लेकर जांच बढ़ाने के सख्त आदेश दिए हैं, अस्पतालों में बेड भी रिजर्व करा दिए हैं। औचक निरीक्षण कर, जांच केंद्रों की स्थिति को परखा जाएगा। लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्यवाही होगी।