पिलखुवा। नगर के मोहल्ला गढ़ी और अल्वीमगर में इन दिनों पाइपलाइन से दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है, जिससे स्थानीय लोगों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। पीने योग्य पानी न मिल पाने के कारण कई घरों में बच्चों और बुजुर्गों की तबीयत बिगड़ने लगी है।
स्थानीय नागरिकों की शिकायतों के बावजूद नगर पालिका और जलकल विभाग की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
“पानी इतना गंदा कि इस्तेमाल लायक नहीं” – स्थानीय निवासी
मोहल्ला निवासी शबनम, आयशा और प्राची ने बताया कि
“पाइपलाइन से जो पानी आ रहा है, उसमें बदबू और गंदगी इतनी है कि न तो वह नहाने के लायक है और न ही उबालकर पीने लायक।”
स्थानीय निवासी रईस अहमद ने बताया कि उन्होंने कई बार नगर पालिका को शिकायत दी, लेकिन अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिल रहे हैं। न तो पाइपलाइन की सफाई हुई है और न ही पानी की गुणवत्ता की जांच।
स्वास्थ्य पर पड़ रहा बुरा असर
पेयजल की इस गंभीर समस्या के कारण बच्चे, बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। मोहल्ले में कई लोगों को पेट संबंधी बीमारियों, उल्टी-दस्त और बुखार की शिकायतें सामने आ रही हैं।
अधिकारियों ने दिए निर्देश, जल्द हो सकती है कार्रवाई
इस संबंध में अधिशासी अधिकारी इंद्रपाल सिंह ने कहा,
“जलकल विभाग को निर्देश दिए जा चुके हैं। पाइपलाइन की जांच और सफाई जल्द शुरू की जाएगी ताकि समस्या का स्थायी समाधान किया जा सके।”
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जनता की मांग – पानी की जांच हो और वैकल्पिक व्यवस्था बने
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि जब तक पानी की गुणवत्ता पूरी तरह ठीक नहीं हो जाती, तब तक वैकल्पिक जल आपूर्ति की व्यवस्था की जाए और दोषी अधिकारियों पर लापरवाही का मामला दर्ज किया जाए।
निष्कर्ष
दूषित जल आपूर्ति जैसी समस्या न केवल स्वास्थ्य संकट खड़ा कर सकती है, बल्कि यह शासन-प्रशासन की जिम्मेदारियों पर भी बड़ा सवाल खड़ा करती है। उम्मीद है कि प्रशासन जल्द ही इस दिशा में ठोस कदम उठाएगा।