हापुड़ में बरसात के कारण गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य बाधित हो गया है। एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ की मिट्टी गीली होने के कारण कुछ स्थानों पर कार्य रुक गया है। वहीं, जलस्तर बढ़ने के कारण गंगा के पुल निर्माण का कार्य भी बाधित हुआ है। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि अभी तक हापुड़ व मेरठ से बदायूं तक कुल 60 फीसदी कार्य पूरा कर लिया गया है। बरसात के बाद कार्य तेजी से रफ्तार पकड़ेगा।
गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण जिले में प्रगति पर है। मेरठ के बिजौली से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। 2025 के कुंभ मेले से पहले इसका काम पूरा होने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश सरकार महाकुंभ 2025 से पूर्व दिसंबर 2024 तक निर्माण कार्य पूरा करने का समय निर्धारित किया है। गंगा एक्सप्रेसवे निर्माण कार्य में मजदूर शिफ्ट के हिसाब से दिन-रात कार्य कर रहे। अधिकारियों द्वारा लगातार इस संबंध में दिशा निर्देश भी दिए जा रहे हैं। लेकिन फिलहाल बरसात निर्माण कार्य में बाधा बन गई है। जिले में गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण में हजारों लोग लगे हुए थे। गंगा पुल, किठौर रोड फ्लाईओवर, बिजौली टोल, इंटरचेंज पर कार्य तेजी से चल रहा था। लेकिन बरसात के कारण कार्य बाधित हो गया है। जिससे कार्य की गति धीमी हो गई।
आईआरबी इंफ्रा के सीजीएम अनूप कुमार सिंह ने बताया कि बारिश के कारण एक्सप्रेसवे का काम बाधित हुआ है। एक्सप्रेसवे के सर्विस रोड की मिट्टी पर ट्रक नहीं चल पा रहे हैं। मिट्टी भराव का कार्य भी बाधित हुआ है। अब बारिश के बंद होने का इंतजार है। बरसात में कार्य करने के दौरान जहां गुणवत्ता पर फर्क पड़ सकता है, वहीं इसमें कर्मचारियों के लिए भी खतरा हो सकता है।
फिलहाल जिन स्थानों पर मिट्टी आदि बह गई है उन्हें दुरुस्त करने का कार्य जरूर किया जा रहा है। वहीं, गंगा में पुल बनाने के लिए अधिकतर पिलर बन चुके हैं, लेकिन जैसे-जैसे गंगा का जलस्तर बढ़ा है। इस पुल का निर्माण कार्य बाधित हुआ है।
आईआरबी जीएम अनूप सिंह- ने बताया की हालांकि अधिकारियों का दावा है कि बारिश से कार्य भले ही रुक गया हो, लेकिन मेरठ से बदायूं तक के हिस्से का 60 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है। सरकार की मंशा के अनुरूप प्रयागराज में 2025 में होने वाले महाकुंभ से इसका निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।