हापुड़ में मीटर में तकनीकी खराबी सहित अन्य कारणों से बिजली बिलों में गड़बड़ी ठीक नहीं हो रही है, लगातार गड़बड़ी के मामले सामने आ रहे है। बिल अधिक आने से उपभोक्ता परेशान हैं। बिल को ठीक कराने के लिए निगम कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर हैं। उसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा। उधर, बिल जमा नहीं होने से कनेक्शन काट दिए जाते हैं।
जिले में 2.90 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ता हैं। तीनों डिवीजन के इन उपभोक्ताओं को सप्लाई फिलहाल डिजिटल मीटर से ही दी जा रही है। स्मार्ट मीटर जिले में नहीं लगे हैं। ऐसे में बिलों की गड़बड़ी अब बढ़ती जा रही है, कभी मीटर रीडर बिना रीडिंग लिए बिल जारी कर देते हैं तो कभी खराब मीटर को बदले बिना आरडीएफ के बिल जारी कर दिए जाते हैं। निगम की लापरवाही का खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है।
निगम द्वारा भेजे जा रहे बिल की गड़बड़ी ने उपभोक्ता को परेशानी में डाल दिया है। लेकिन जिम्मेदार आँखे बंद करे बैठे है, इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। उपभोक्ताओं का आरोप है कि उपकेंद्रों पर पहुंचने के बाद भी बिल की गड़बड़ी ठीक नहीं हो रही है।
अधिशासी अभियंता आदित्य भूषण भारती- ने बताया की कार्यालय में जो उपभोक्ता बिल में गड़बड़ी की शिकायत लेकर आते हैं, उनकी समस्या का निस्तारण कराया जाता है। उपभोक्ता गलत बिलों को लेकर परेशान न हों, उनकी समस्या का समाधान कराया जा रहा है।