जनपद हापुड़ में निराश्रित पशु फसलों को क्षति पहुंचा रहे हैं। खेतों में फसलों को नष्ट कर रहे निराश्रित पशुओं को किसानों ने खदेड़कर जिले के चारों ब्लॉकों में बंद कर दिया। अधिकारियों से काफी नोकझोंक भी हुई, जिसके बाद ब्लॉक अधिकारियों के आश्वासन पर किसान शांत हुए।
हापुड़ ब्लॉक में बुधवार को दस्तोई, बदनौली, जसरूपनगर, श्यामनगर समेत कई गांवों के किसान 20 से अधिक पशुओं को लेकर पहुंचे। पशु ब्लॉक से बाहर न जाएं, इसके लिए किसानों ने ब्लॉक के गेट पर डंडा लेकर पहरा दिया। जैसे ही पशु घूमते हुए विकास खंड अधिकारी कार्यालय के बाहर पहुंचे तो कर्मचारियों ने उन्हें भगाना शुरू कर दिया।
ब्लॉक परिसर में पशु इधर उधर भागते रहे, इस दौरान ब्लॉक में काम कराने आए फरियादियों में भी भगदड़ मच गई। ब्लॉक के अंदर डेढ़ घंटे से ज्यादा 20 पशु बंद रखे। इस बात को लेकर काफी देर तक किसानों और अधिकारियों के बीच नोकझोंक हुई।
किसानों ने बीडीओ कार्यालय के बाहर हंगामा कर दिया, विकास खंड अधिकारी ने किसानों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन किसान पशुओं से निजात दिलाने की मांग पर अड़े रहे।
बता दें कि 31 मार्च तक जिले की सड़कों को निराश्रित पशु मुक्त घोषित किया जाना था। लेकिन अभी भी सैकड़ों की संख्या में पशु सड़कों पर घूम रहे हैं। डेढ़ घंटे तक किसान हंगामा करते रहे। ब्लॉक अधिकारियों के आश्वासन और बीडीओ के समझाने पर किसान शांत हुए।
हंगामा करने वालों में राजवीर सिंह भाटी, जन्म सिंह, लोकेश प्रधान, मोनू त्यागी व अन्य लोग मौजूद रहे।