पिलखुवा/धौलाना। प्रदेश में बीते कुछ समय से हार्ट अटैक के मामले बढ़ गए हैं। हार्ट अटैक आने के बाद तुरंत उपचार न मिल पाने और समय पर अस्पताल न पहुंच पाने से मरीजो की जान चली जाती है। जिसके चलते अब हापुड़ जिला अधिकारी के दिशा निर्देश पर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुनील त्यागी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा अटैक जैसी बीमारी के रोकथाम के उपाय के बारे में पुलिस प्रशासन व आम जनमानस को जागरूक किया।
इसी कड़ी में धौलाना तहसील दिवस के अवसर पर तहसील सभागार में धौलाना स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा हापुड़ जिला अधिकारी व हापुड़ पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी में तहसील सभागार में मौजूद जिले के प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस टीम सहित आम जनमानस को स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा एक युवक पर डेमो के तहत सीपीआर कराया गया। जिसका उद्देश्य प्रशासनिक अधिकारी व आम जनमानस को जागरूक करना था।
धौलाना सीएससी प्रभारी डॉक्टर चंद्र मोहन ने सीपीआर की जानकारी देते हुए बताया यह एक तरह की प्राथमिक चिकित्सा यानी फर्स्ट एड है। जिससे आप किसी की जान बचा सकते हैं। इसकी मदद से पेशेंट को सांस लेने में सहायता मिलती है। सीपीआर देने से हार्ट और ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन में मदद मिलती है।कई मामलों में सीपीआर की सहायता से व्यक्ति की जान बच जाती है। अधिकतर यह बीमारी सर्दी के मौसम में अधिक देखी जाती है। जिसमें ब्लड सरकुलेशन की गति धीमी हो जाती है। जिससे ब्लड जमने जैसी समस्याएं बढ़ जाती है और वह हार्ट अटैक जैसी बीमारी के रूप ले लेती है।
जिसे व्यक्ति को सीने में दर्द वह माथे पर पसीना आने जैसे लक्षण दिखाई पड़ने लगते हैं। जिसमे हमे कभी भी घबराना नहीं चाहिए। जब भी ऐसी सिचुएशन कहीं भी दिखाई दे तो आप भी डॉक्टर के इंतजार किए बगैर उस मरीज को प्राथमिक इलाज के रूप में सीपीआर कर सकते हैं। जिससे उसकी समय रहते जान बचाने में सहायता मिलती है और मरीज को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल तक पहुंचा जा सकता है।