हापुड़ – शहर में अतिक्रमण की वजह से ट्रैफिक जाम और बाजारों में आम आदमी का आना जाना दूभर हो गया है और बाजारों में तो हाल बेहाल है। क्योंकि व्यापारियों के आरोप के अनुसार बाज़ार में जो दुकानें है उनके मालिकों में अपनी अपनी दुकानों के सामने ठेले और अस्थाई दुकानें लगवाई है। जिनसे दुकानदार रोजाना के तीन सो रुपए से दो हजार रुपए रोजाना लेते है।
अतिक्रमण ख़त्म करने के लिए बुधवार को नगरपालिका में अधिकारियों ने व्यापारियों के साथ मीटिंग में चर्चा हुई। जिसमें नगरपालिका के अधिकारियों और व्यापारियों के बीच नोंकझोंक हुई। जिसमें व्यापारियों ने कहा कि नगरपालिका जब अतिक्रमण को लेकर कार्यवाही करती है तो पक्षपात करती है। एक दुकान पर अतिक्रमण की कार्यवाही करती है और कई दुकानों को छोड़कर आगे कार्यवाही करना शुरू कर देते है।
व्यापारी नेता अरविंद शर्मा ने बताया कि मेरा प्रतिष्ठान सर्राफा बाजार में है। वहां कोई भी दुकानदार अपनी दुकानों के सामने कोई ठेला तक नहीं खड़ा होने देता। इसी वजह से सर्राफा बाजार में अतिक्रमण नहीं है। जबकि गोल मार्किट में अतिक्रमण सबसे ज्यादा है। जिसकी वजह है ठेले वालों और अस्थाई दुकान लगाने वाले से पैसा लिया जाता है और अतिक्रमण के चलते बाजार की सड़के चोक हो जाती है।
व्यापारी नेता ललित छावनी वालों ने बताया कि जो दुकानदार ठेले वालों से पैसा लेते है वो दुकानदार आज अतिक्रमण को लेकर इस महत्वपूर्ण मीटिंग ने नहीं आए है और ऐसे ही व्यापारियों की वजह से सभी व्यापारियों को शर्मिंदा होना पड़ता है। और अतिक्रमण बढ़ाने में ऐसे ही दुकानदारों की मुख्य भूमिका रहती है। नगरपालिका को सख़्त रवैया अपनाना पड़ेगा, तभी हापुड़ के मुख्य बाजारों से अतिक्रमण को हटाया जा सकता है।
राजस्व निरीक्षक सुनील कुमार ने व्यापारियों को समझाते हुए कहा कि नगरपालिका द्वारा अतिक्रमण पर कार्यवाही निरंतर की जाती है मगर जब हम कार्यवाही करते है तो आप जैसे व्यापारियों के द्वारा ही हमको समझाया जाता है कि गरीब दुकानदार है इस पर कार्यवाही मत कीजिए। अगर ऐसे ही कार्यवाही के तहत ऐसी बाधा आयेंगी तो अतिक्रमण कैसे हट पाएगा।
कर निस्तारण अधिकारी सुभाष चंद्र भारतीय ने कहा कि सभी व्यापारियों के प्रतिष्ठानों के आगे एक लाइन खींची जाएगी जिसके आगे कोई भी दुकानदार समान या कोई फैलावट नहीं करेगा और अगर कोई भी दुकानदार फैलावट करते है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। और अतिक्रमण को हटाने के लिए हमें व्यापारियों के सहयोग की अभिलाषा है। क्योंकि अगर आप सब व्यापारी अतिक्रमण का खात्मा करने में सहयोग करेंगे तो बाजारों ओर सड़कों से अतिक्रमण जड़ से खत्म हो जाएगा।