हापुड़। सर्दी के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सर्दियों में बच्चे सर्दी लगने से बीमार पड़ रहे हैं। ऐसे में अब छोटे बच्चे कोल्ड डायरिया की चपेट में आ रहे हैं। वहीं थोड़ी सी भी लापरवाही बरतने पर बच्चे निर्जलीकरण के भी शिकार हो रहे हैं। इस मौसम में धूप नहीं खेलने से सर्दी व जुकाम के मरीज बढ़ रहे हैं।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सचिन बंसल ने बताया कि मौसम में लगातार बदलाव से बच्चे बीमार हो रहे हैं। सर्दियों के दिनों में रोटा वायरस ज्यादा हावी होता है। रोटा वायरस ऐसे बच्चों को प्रभावित करता है, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। अभी ठंड लगने की वजह से बुखार, जुकाम, खांसी की चपेट में ज्यादा बच्चे आ रहे हैं। वहीं अब ठंड बढ़ने से बच्चे कोल्ड डायरिया की चपेट में आ रहे हैं। मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी होने लगी है।
जिला अस्पताल और सीएचसी की बाल रोग विभाग की ओपीडी में रोजाना 220 से अधिक बीमार बच्चे पहुंच रहे हैं, जिसमें 25 से अधिक कोल्ड डायरिया के हैं। इसके अलावा सर्दियों में बच्चे पानी कम पीते हैं। दस्त होने से पानी की कमी होने लगती है। जिससे बच्चे निर्जलीकरण के शिकार हो रहे हैं। इसलिए बच्चों को थोड़ी-थोड़ी देर में ओआरएस पिलाते रहे।
सीएचसी बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.समरेंद्र राय- ने बताया की सर्दियों में रोटा वायरस की वजह से बच्चे कोल्ड डायरिया के शिकार हो रहे हैं। मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। इससे बचाव के लिए चिकित्सक से परामर्श लें। साथ ही ओआरएस पिलाएं।