हापुड़ के पिलखुवा के गांव पिपलैड़ा में दस वर्षीय बच्चे में डिप्थीरिया की पुष्टि हुई है, जांच में पता चला है कि बच्चे को बीमारी से रोकथाम का टीका नहीं लगा था। उसे दिल्ली रेफर किया गया है, जिले में डिप्थीरिया का यह दूसरा मामला है। 16 टीमें बनाकर सर्वे कराया जा रहा है।
डीआईओ डॉ. योगेश गुप्ता के अनुसार बच्चे को पांच वर्ष तक डिप्थीरिया से बचाव के लिए पांच टीके लगाए जाते हैं। टीकाकरण वाले बच्चों को बीमारी का खतरा नहीं रहता है। पिलखुवा के पिपलैड़ा निवासी दस वर्षीय बच्चे में डिप्थीरिया के लक्षण दिखे, जांच में डिप्थीरिया की पुष्टि हुई। आवश्यक उपचार के बाद बच्चे को दिल्ली एमवीआईडी रेफर किया गया।
सीएमओ ने टीमों का गठन कर, 16 टीमों को सर्वे में लगाया गया है। आसपास के इलाकों में भी सर्वे कराया। बता दें कि इससे पहले पिलखुवा में भी एक बच्चे में डिप्थीरिया की पुष्टि हो चुकी हैं। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो बीमार बच्चे की हालत में सुधार है।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी का कहना है कि डिप्थीरिया से पीड़ित बच्चे की हालत में सुधार है, टीमें बनाकर सर्वे कराया जा रहा है। अभिभावक बच्चों के टीकाकरण में सहयोग दें। जिन बच्चों को टीका नहीं लगा है, ऐसे बच्चों को खतरा अधिक होता है।