हापुड़ /गढ़मुक्तेश्वर। गांव शंकराटीला से गुजर रहे गंगा एक्सप्रेसवे और उसके किनारे तैयार होने वाले औद्योगिक गलियारे के काम की समीक्षा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। 28 अप्रैल को मुख्यमंत्री के आने की उम्मीद है। मौखिक सूचना के बाद जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए जनपद के अधिकारियों ने गंगा तटीय क्षेत्र की दौड़ लगानी शुरू कर दी है। अधिकारियों ने शुक्रवार को मौके पर जाकर निरीक्षण भी किया। हालांकि, अभी शासन स्तर से सरकारी कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है।
जनपद मेरठ के बिजौली से प्रयागराज तक बन रहा गंगा एक्सप्रेसवे सूबे की सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल है। इस हाईवे का निर्माण पिछले वर्ष दिसंबर में पूरा होना था, लेकिन किसी कारणवश देरी होने से अभी तक पूरा नहीं हो सका है। जनपद के करीब 26 गांवों से गुजर रहे एक्सप्रेसवे पर अब तेजी से काम चल रहा है।
अधिकारियों के अनुसार, जनपद में करीब 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। अब गंगा एक्सप्रेसवे के साथ-साथ बहादुरगढ़ के गांव शंकराटीला, वहापुर ठेरा, सदरपुर आदि गांवों में औद्योगिक गलियारे का निर्माण होगा। इसके लिए अभी जमीनों के बैनामे हो रहे हैं। किसानों की जमीनों का भी अधिग्रहण किया जा रहा है। 28 अप्रैल को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों ही योजनाओं की समीक्षा करेंगे। शुक्रवार को सूचना मिलते ही जनपद के अधिकारियों ने गंगा तटीय क्षेत्र की दौड़ लगानी शुरू कर दी है।
शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गौतम ने अन्य अधिकारियों के साथ शंकराटीला का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने रुके हुए कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। हालांकि, मुख्यमंत्री का कार्यक्रम अभी तक नहीं आया है, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि दोपहर करीब 12 बजे मुख्यमंत्री यहां आएंगे और निरीक्षण करने के बाद अन्य विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे।
अभी मौखिक रूप से मुख्यमंत्री के निरीक्षण की सूचना मिली है। 28 अप्रैल को मुख्यमंत्री के आने की उम्मीद है। जिसके बाद प्रशासनिक स्तर से तैयारी शुरू कर दी गई हैं। हालांकि, अभी सरकारी कार्यक्रम नहीं आया है।