हापुड़ में गढ़ रोड स्थित सीएचसी में छह महीने के अंदर मरीजों को करीब 70 लाख की दवा बांट दी गई है। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के कारण चिकित्सकों ने भी पर्चे पर अधिकतम पांच दिन की दवाएं लिखनी शुरू कर दी हैं। अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की भरमार है।
बरसात के बाद से वायरल के मरीज सबसे अधिक बढ़े हैं। इसके साथ ही डायरिया, त्वचा रोग, नेत्र रोग और पेट संक्रमण की समस्या वाले मरीजों की भरमार रही। प्रतिदिन 1500 से दो हजार मरीज अस्पताल की ओपीडी में आ रहे हैं, जो जिला अस्पताल की ओपीडी से कहीं ज्यादा हैं। इस साल सीएचसी की ओपीडी डेढ़ लाख के पार पहुंच गई है।
मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने से चिकित्सकों ने भी पर्चे पर पांच दिन की दवा लिखनी शुरू कर दी हैं। मधुमेह के मरीजों को पांच से अधिक दिनों की दवाएं मिल रही हैं। इन दिनों पैरासीटामॉल और एंटी बॉयोटिक दवाओं की मांग सबसे अधिक बढ़ी है। मरीजों की बढ़ती संख्या और दवाओं की अधिक खपत पर सीएचसी को करीब 60 लाख का बजट मिला है।
वातावरण में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से अस्थमा के मरीजों की संख्या बढ़ी है। जिस कारण इनहेलर की मांग भी लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं, ईएनटी रोगियों की संख्या भी डेढ़ गुना तक बढ़ गई है।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की हापुड़ सीएचसी में दवाओं की कमी नहीं होने दी जाएगी। मरीजों को पर्याप्त दवाएं मिलेंगी। अस्पतालों में संसाधन बढ़ाने के लिए लगातार शासन में पत्राचार किए जा रहे हैं।