हापुड़ जिले को जल्द ही सीजीएचएस वैलनेस सेंटर (केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना) की सौगात मिलेगी। इसमें केंद्रीय और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को बेहतर इलाज मिलेगा। भारत सरकार के अवर सचिव ने अपर निदेशक मेरठ को पत्र लिखा है। जिसमें हापुड़ समेत आस-पास के क्षेत्र में लाभार्थियों का डाटा जल्द भेजने के आदेश दिए हैं। मरीजों को उपचार के साथ ही जिले को भी इस परियोजना से बड़ी पहचान मिलेगी।
केंद्रीय एवं सेवानिवृत काफी कर्मचारी और अधिकारी अपने परिजनों के साथ हापुड़ में रहते हैं। जिसमें से काफी लोग छोटी बड़ी कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं जिसके ईलाज के लिए लोगों को अन्य शहरों में भागना पड़ता है। जिसमें काफी पैसा और समय लगता है। हापुड के लोग केन्द्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना, (CGHS) के लाभ से से वंचित हैं और उन्हें दिल्ली, गाजियाबाद अथवा मेरठ आदि शहरों में जाना पड़ता है। जिससे बुजुर्ग लोग पर्याप्त और सस्ते ईलाज से वंचित रह जाते हैं। हापुड़ में सी.जी.एच.एस. चिकित्सालय न होने से लोगों को प्राइवेट अस्पतालों में महंगा इलाज कराना पड़ता है।
केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना के तहत देशभर के 72 शहरों में ही सीजीएचएस वैलनेस सेंटर खुले हुए हैं, केंद्र सरकार के अधीन आने वाले इन अस्पतालों में कैशलेस इलाज की सुविधा मिलती है, पात्रों को अस्पताल का बिल या फिर महंगी दवाइयां खरीदने के लिए अपनी जेब से रुपये खर्च करने की जरुरत नहीं पड़ती।
दिल्ली एनसीआर में हापुड़ की लोकेशन बेहद महत्वपूर्ण है, हाईवे की कनेक्टिविटी सुगम होने से यहां आसानी से दूर दराज के केंद्रीय कर्मचारियों को आवागमन में आसानी होगी। भारत सरकार के अवर सचिव राजेंद्र सिंह सिद्धू ने इस योजना के अपर निदेशक को पत्र लिखकर हापुड़ में सेंटर खोलने के निर्देश दिए। इस प्रस्ताव को अति महत्वपूर्णता की सूची में डालते हुए हापुड़ समेत आस पास के क्षेत्रों में रहने वाले पात्रों का डाटा भी मांगा है। कुल मिलाकर हापुड़ में सीजीएचएस सेंटर बनाए जाने का रास्ता साफ है, सिर्फ डाटा जुटाया जा रहा है।
अपर निदेशक डॉ आरबी सिंह- ने बताया की हापुड़ में सीजीएचएस वैलनेस सेंटर का प्रस्ताव भेजा जा चुका है, केंद्रीय कर्मचारी, सेवानिवृत्त कर्मचारी, ऑश्रितों का डाटा जुटाया जा रहा है। यह डाटा जल्द ही प्रेषित कर दिया जाएगा, केंद्र से आदेश मिलने पर आगामी कार्यवाही की जाएगी।