वर्षा जल संचयन और भूजल स्तर बढ़ाने पर दिया जोर
हापुड़। जल शक्ति अभियान “कैच द रेन 2025” के अंतर्गत शुक्रवार को भारत सरकार के अधिकारी व वैज्ञानिकों की दो सदस्यीय टीम जिले में निरीक्षण के लिए पहुंची। टीम ने जल संरक्षण, भूमि संरक्षण और पौधरोपण के अंतर्गत हुए कार्यों की प्रगति की जांच की और अधिकारियों से विस्तार से रिपोर्ट ली।
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के निदेशक दीपक श्रीवास्तव और केंद्रीय भूमि एवं जल बोर्ड के तकनीकी अधिकारी डॉ. रंजीत कुमार प्रसाद ने संयुक्त रूप से निरीक्षण कार्य किया। टीम के आगमन पर जिला मुख्यालय के सभागार में बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें जल शक्ति अभियान के अंतर्गत हुए कार्यों का पीपीटी प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया गया।
बैठक में लघु सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता अंशु गौरव ने जिले में निर्मित 30 तालाबों, इनोवेटिव वर्क्स और सक्सेस स्टोरीज का वीडियो प्रस्तुतीकरण किया। वहीं जिला उद्यान अधिकारी ने आधुनिक सिंचाई प्रणाली के तहत किसानों की सफलताओं का विवरण प्रस्तुत किया।
बैठक के उपरांत अधिकारियों ने सीडीओ हिमांशु गौतम के साथ विकास भवन स्थित जल शक्ति केंद्र का निरीक्षण कर जेएसजेबी पोर्टल की प्रगति की समीक्षा की। इसके पश्चात एसएसवी इंटर कॉलेज और दीवान इंटर कॉलेज में स्थापित रूफटॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का अवलोकन किया।
टीम ने गांव बनखंडा और लुखराड़ा में निर्मित तालाबों तथा अमृत सरोवर की प्रगति की भी जमीनी स्तर पर जांच की। साथ ही गांव बदनौली में वन विभाग द्वारा मियावाकी पद्धति के तहत एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम के अंतर्गत किए गए पौधरोपण का निरीक्षण किया।
सीडीओ हिमांशु गौतम ने बताया कि जिले में भूगर्भ जल स्तर काफी नीचे जा चुका है, जिसे सुधारने के लिए व्यापक प्रयास जारी हैं। केंद्र सरकार की टीम द्वारा की गई जांच में अब तक किसी प्रकार की खामी नहीं पाई गई है। अधिकारियों ने भूजल स्तर सुधारने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए हैं।
इस मौके पर डीडीओ देवेंद्र प्रताप, सहायक अभियंता अंशु गौरव, जिला उद्यान अधिकारी डॉ. हरित कुमार, जल निगम ग्रामीण के अधिशासी अभियंता विनय रावत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।