हापुड़ जिले में सरसों खरीद के सरकारी केंद्र नहीं खुलने से किसानों को बाजार में एमएसपी से 1100 रुपये कम दाम पर सरसों की बिक्री करनी पड़ रही है। इससे किसानों में आक्रोश है। इन दिनों खेतों में फसल की कटाई चल रही है, लेकिन दाम सही नहीं मिलने से किसान तिलहन को लेकर अब असंतुष्ट दिख रहे हैं। इसके विरोध में किसानों ने विरोध प्रदर्शन भी किया।
किसानों ने इस साल 2798 हेक्टेयर क्षेत्रफल में सरसों उगाई है। सरसों की कटाई-छंटाई अब पूरी हो चुकी है और किसान अब इसकी खरीद का इंतजार कर रहे हैं। सरकार ने सरसों का एमएसपी 5650 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया है। लेकिन मंडी व अन्य किसी स्थान पर कोई सरकारी खरीद केंद्र नहीं बनाया गया। इसके लिए मानक और क्षेत्रफल को आड़े लाकर किसानों को गुमराह किया जा रहा है।
जिले में सरसों खरीद के सरकारी केंद्र नहीं खुलने के कारण किसान एमएसपी से भी कम कीमतों पर सरसों की बिक्री करने के लिए मजबूर हैं। कड़ी मेहनत कर फसल तैयार करने के बावजूद किसानों को फसल का वाजिब मूल्य ही नहीं मिल पा रहा है। बाजार में सरसों की खरीद महज 4500 रुपये क्विंटल तक ही हो रही है। ऐसे में किसान खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
नली हुसैनपुर समेत कई गांवों के किसानों ने बुधवार को सरसों खरीद को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही जिला प्रशासन से सरकारी केंद्र खुलवाकर एमएसपी पर ही खरीद कराने की मांग उठाई। राहत नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी। प्रदर्शन करने वालों में ललित भारद्वाज, अशोक चौधरी, दयानंद शर्मा, कृष्ण गोपाल, गोल्डी, नरेश शर्मा आदि लोग मौजूद रहे।