हापुड़ जिले में विद्युत आपूर्ति सुधार के लिए आरडीएसएस और बिजनेस प्लान लागू हैं। इन योजनाओं में खूब अनियमितताएं सामने आ रही हैं। बागड़पुर रोड पर आरडीएसएस में आवंटित खंभों से कॉलोनी के विद्युतीकरण में कॉलोनाइजर पर रिपोर्ट दर्ज हुई है। अफसरों की जांच में खंभे योजना से जुड़े मिले हैं, जिनकी रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। संबंधित ठेकेदार ने जांच टीम के पहुंचने से पहले करीब आठ खंभे बदल भी दिए जबकि, वायरल वीडियो और फोटो में इन्हें देखा जा सकता है।
ऊर्जीकरण में खेल करने पर कॉलोनाइजर पर केस दर्ज हुआ है। तीसरी पार्टी से निरीक्षण के बावजूद घपले कम नहीं हो रहे। हाल ही में कुछ ठेकेदारों के आपसी मन मुटाव से बाबूगढ़ क्षेत्र की निजी कॉलोनियों के ऊर्जीकरण में घपले का पर्दाफाश हुआ है।
बागड़पुर रोड पर एक कॉलोनी को एचपीडीए की स्वीकृति मिले बिना ही ऊर्जीकरण कराया जा रहा था। ऊर्जा निगम के अफसरों ने इसकी अनुमति भी दे दी। घपला करने के लिए ऊर्जीकरण निजी तौर पर ही कराया जा रहा था, इसके एवज में निगम में सिर्फ 15 फीसदी शुल्क सुपरवीजन चार्ज के रूप में जमा किया गया।
निजी कॉलोनी में पुर्नोत्थान वितरण क्षेत्र सुधार योजना वितरण क्षेत्र सुधार योजना (आरडीएसएस) में आवंटित खंभे लगा दिए गए। हापुड़ डिवीजन में कई अन्य स्थानों पर इस योजना का दुरुपयोग किया गया है। कई नलकूपों से आगे एबीसी लाइनें इस योजना में ही बनायी हैं, जिनका कोई एस्टीमेट भी जमा नहीं कराया गया।
बहरहाल, निगम की टीम को जांच में अनियमितता मिली है। करीब आठ खंभे कॉलोनी से उखाड़ लिए गए हैं, जबकि मौके पर टीम को आरडीएसएस में आवंटित बड़ी संख्या में पोल खड़े मिले। संबंधित अवर अभियंता ने एंटी पावर थेफ्ट थाने में कॉलोनाइजर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी है।
ऊर्जा निगम अधीक्षण अभियंता अवनीश कुमार ने बताया की कॉलोनी में इस तरह खंभे लगाए जाने के मामले की जांच चल रही है। अवर अभियंता ने कॉलोनाइजर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।