हापुड़ में भीषण गर्मी में रोजाना चार से पांच ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए मई में 100 ओवरलोड ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि का प्लान तैयार किया गया है। साथ ही तेल रिसाव और लापरवाही से ट्रांसफार्मर फुंकने पर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है।
लोड बढ़ने से जिले में हर माह ट्रांसफार्मर फुंक जाते हैं। इसके चलते उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। साथ ही कटौती और लोवोल्टेज से उनका पीछा नहीं छूटता। इससे छुटकारा पाने के लिए 100 ओवरलोड ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि का प्लान तैयार किया गया।
गर्मियों में निर्बाध आपूर्ति के लिए फरवरी महीने में ट्रांसफार्मरों के अनुरक्षण का कार्य शुरू हुआ था। इन चार महीनों में 150 नये ट्रांसफार्मर ऐसे स्थानों पर लगाए गए हैं, जहां हमेशा ही आपूर्ति प्रभावित रहती थी। सभी ट्रांसफार्मर 250 और 400 केवीए क्षमता के हैं। साथ ही जनवरी से अप्रैल महीने तक 300 ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि की गई। यह क्षमता वृद्धि शहर से लेकर देहात अंचल में हुई। बता दें कि दो साल पहले तक प्रतिदिन 15 से अधिक ट्रांसफार्मर खराब होते हैं, साल दर साल इसमें सुधार जरूर आ रहा है। लेकिन जिस तरह की योजनाएं लागू हैं, उनके हिसाब से ट्रांसफार्मर अधिक फुंक रहे हैं।
अधीक्षण अभियंता अवनीश कुमार- ने बताया की निर्बाध सप्लाई देने के लिए जिले के तीनों डिवीजन में ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि का कार्य किया जा रहा है। उपभोक्ताओं को सप्लाई से परेशानी नहीं होगी।