सुशील शर्मा /हापुड़। विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले भर में तंबाकू विरोधी अभियान चलाया गया। अभियान के तहत प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर तंबाकू बेचने वाले दुकानदारों को कानूनों की जानकारी दी गई और नियमों के उल्लंघन पर कड़ी कार्यवाही की गई।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) के निर्देश पर आयोजित इस अभियान का नेतृत्व जिला कार्यक्रम समन्वयक परीक्षित तेवतिया ने किया। उन्होंने अपनी टीम के साथ तहसील चौपला, फ्रीगंज रोड, रेलवे स्टेशन, रेलवे रोड और गोल मार्केट जैसे प्रमुख इलाकों में अभियान चलाकर दुकानों की जांच की।
डिस्प्ले पर पाबंदी, नाबालिगों को बिक्री पर सख्त चेतावनी
स्वास्थ अधिकारी परीक्षित तेवतिया ने दुकानदारों को स्पष्ट रूप से हिदायत दी कि वे तंबाकू उत्पादों को खुले में डिस्प्ले न करें। साथ ही, 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को तंबाकू या उससे संबंधित कोई भी उत्पाद बेचने पर सख्त कार्यवाहीकी चेतावनी दी गई।
अभियान के दौरान विदेशी सिगरेटों की बिक्री पर भी रोक लगाने की जानकारी दी गई। जिन दुकानों पर इन निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा था, वहां तत्काल चालान की कार्यवाही की गई।
चालान के साथ-साथ जनजागरूकता भी
इस मुहिम का उद्देश्य केवल चालान करना नहीं था, बल्कि दुकानदारों और आम लोगों को यह समझाना था कि तंबाकू सेवन केवल व्यक्ति विशेष ही नहीं, पूरे समाज को प्रभावित करता है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दुकानदारों को कोटपा एक्ट 2003 (COTPA Act) के प्रावधानों की जानकारी भी दी।
जिला कार्यक्रम समन्वयक परीक्षित तेवतिया ने कहा कि, “हमारा प्रयास है कि तंबाकू के खतरों को लेकर लोगों में जागरूकता फैले और युवा वर्ग विशेष रूप से इससे दूर रहे।”
जन सहयोग से बनेगा नशामुक्त समाज
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे तंबाकू जैसी जानलेवा आदतों से दूरी बनाएं और समाज में एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत करें। विभाग का कहना है कि यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर हापुड़ में चला यह अभियान न केवल एक चेतावनी था, बल्कि एक जिम्मेदारी भी, जिसमें हर नागरिक की भागीदारी आवश्यक है।