1500 हेक्टेयर में उगाई गई फसल, खरीद केंद्र के अभाव में किसान परेशान
हापुड़। जिले में इस बार मक्का की बंपर पैदावार हुई है, लेकिन सरकारी खरीद केंद्र न होने के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। MSP ₹2225 प्रति क्विंटल घोषित होने के बावजूद बाजार में मक्का मात्र ₹1600-₹1700 प्रति क्विंटल के दाम पर बिक रहा है, जिससे किसानों में भारी रोष है।
कृषि विभाग के आंकड़े बताते हैं कि इस वर्ष 1500 हेक्टेयर रकबे में मक्का की फसल बोई गई, जिससे 3062 मीट्रिक टन का उत्पादन हुआ है। यह आंकड़ा पिछले वर्षों की तुलना में कहीं अधिक है।
सरकारी खरीद केंद्र नहीं, किसान बेहाल
वर्तमान में जिले में कोई मक्का खरीद केंद्र कार्यरत नहीं है, जिससे किसान अपनी उपज मजबूरी में औने-पौने दामों पर बेच रहे हैं। किसानों और किसान संगठनों ने इस मुद्दे को किसान दिवस से लेकर डीएम कार्यालय तक उठाया है।
अब बनेगा खरीद केंद्र, मिलेगा सीमित लाभ
जिला विपणन अधिकारी समरेंद्र प्रताप सिंह के अनुसार, शासन से मक्का खरीद केंद्र की मंजूरी मिल चुकी है और दो से तीन दिन में केंद्र शुरू हो जाएगा। शुरुआती चरण में इस केंद्र पर 100 मीट्रिक टन मक्का खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हालांकि जिले में उत्पादन इस लक्ष्य से कहीं अधिक है, ऐसे में सभी किसानों को लाभ नहीं मिल पाएगा।
“मक्का में 12 फीसदी से अधिक नमी नहीं होनी चाहिए। तभी सरकारी खरीद संभव है।”
— समरेंद्र प्रताप सिंह, जिला विपणन अधिकारी
किसानों की मांग:
किसान नेताओं का कहना है कि जब उत्पादन हजारों मीट्रिक टन में है तो केवल 100 एमटी खरीद से किसानों की परेशानी खत्म नहीं होगी। उनका कहना है कि जिले में एक से अधिक खरीद केंद्र खोले जाएं और लक्ष्य बढ़ाया जाए, ताकि सभी किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ मिल सके।