हापुड़ में भवन स्वामियों पर प्रस्तावित टैक्स बढ़ाने के लिए होली के बाद एक बोर्ड बैठक नगर पालिका में बुलाने की तैयारी है। इस बैठक में करीब सवा दो गुना तक दरों को बढ़ाने का प्रस्ताव सभासदों के समक्ष रखा जाएगा। बोर्ड से पास होने के बाद ही नया टैक्स शहरवासियों पर लागू होगा। ऐसे में अब सभासदों के पाले में गेंद रहेगी। टैक्स बढ़ने का पूरा असर शहर के 46 हजार भवन स्वामियों पर बढ़ेगा।
नगर पालिका ने जनवरी में भवनों पर प्रस्तावित गृह, जल और सीवर टैक्स बढ़ाने के लिए दरें बढ़ाई थीं। इसमें कई मोहल्ले ऐसे हैं, जहां टैक्स नहीं बढ़ाने का भी प्रस्ताव है, लेकिन प्रस्तावित टैक्स को लेकर हर दिन हंगामा होता है। आपत्तियों पर सुनवाई के दौरान व्यापारी, उद्यमी, भवन स्वामी और गणमान्य लोग अधिकारियों के इस प्रस्ताव का जमकर विरोध कर चुके हैं।
अगर यह प्रस्ताव बोर्ड बैठक में पास हो जाता है, तो हापुड़ के नागरिकों को पहले से अधिक संपत्ति कर, जलकर और अन्य नगरपालिका शुल्क का भुगतान करना होगा। वहीं, शहर के व्यापारियों ने भी इस प्रस्ताव के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी है और इसे आम जनमानस पर आर्थिक बोझ बढ़ाने वाला कदम बताया है।
यहां तक कि व्यापार मंडलों ने बाजार बंद करने की चेतावनी भी दी हुई है। सभासदों के विरोध के बाद अब होली के बाद एक बोर्ड बैठक बुलाकर उसमें दरों का बढ़ाने का प्रस्ताव रखा जाएगा।
नए नियम के अनुसार, नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी को टैक्स बढ़ाने के लिए सबसे अधिक ताकत दी गई है। हालांकि उन्हें प्रस्तावित टैक्स के कुछ हिस्से और दरों को बोर्ड बैठक में रखना होगा। बैठक में सभासदों की सहमति के बाद ही कुछ प्रतिशत टैक्स बढ़ाया जाएगा। हालांकि, बोर्ड बैठक से सिर्फ दर को ही पास कराना होगा।
ईओ व डिप्टी कलेक्टर मनोज कुमार- ने बताया की दरों को लेकर बोर्ड बैठक में प्रस्ताव रखेंगे। होली के बाद बैठक कराने पर विचार किया जा रहा है। शासन के आदेशानुसार एक अप्रैल से नया टैक्स लगाना है। शासन को भी पिछली बैठकों में रखे गए मुद्दों की जानकारी दी गई है। जिससे कि समस्या का हल निकल सके।