हापुड़ में ऊर्जा निगम की बिलिंग में खेल हो रहा है, उपभोक्ताओं के परिसर पर स्मार्ट मीटर लगाए बिना ही हजारों के बिल भेजे जा रहे हैं। रीडिंग भी तेजी से बढ़ रही हैं, ऐसे ही मामलों में उपभोक्ता शिकायत कर रहे हैं लेकिन राहत नहीं मिल रही बिलों में लग रहा ब्याज, डिमांड चार्ज, क्षमता वृद्धि समेत कई अन्य शुल्क उपभोक्ताओं के लिए सिर दर्द बन रहे हैं।
विद्युत उपभोक्ता हैरान और परेशान हैं। बिजली का बिल देख उनके होश उड़े जा रहे हैं। जब से विभाग ने बिजली के स्मार्ट मीटर लगाए हैं, उपभोक्ताओं के बिजली बिल भी ‘स्मार्ट; हो गए हैं। स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिल हजारों रुपये में आ रहे हैं।
दरअसल, इसी तरह की समस्याओं के चलते फिलहाल जिले की आवासीय कॉलोनियों में स्मार्ट मीटर नहीं लग रहे हैं। उपभोक्ता भी इनका विरोध करने लगे हैं, पिछले दिनों जन संख्या समाधान फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने भी शिकायत दर्ज कराई थी।
अच्छेजा निवासी विमलेश शर्मा ने बताया कि प्रीत विहार में उनके प्रतिष्ठान पर दो किलोवाट का वाणिज्य कनेक्शन है। जनवरी 2025 तक का उनका बिल जमा है, लेकिन फरवरी महीने में उनके मोबाइल पर 28 हजार का बिल भेजा गया, जो स्मार्ट मीटर का था। अगले महीने बिल 56 हजार हो गया।
जबकि यह मीटर उनके घर लगा ही नहीं था, पता किया तो मीटर प्रीत विहार में किसी अन्य उपभोक्ता के परिसर पर लगा है और उसका बिल उन्हें भेजा जा रहा है। अब अधिकारी चक्कर लगवा रहे हैं।
अधिशासी अभियंता आरपी वर्मा- ने बताया की स्मार्ट मीटर लगाने की जिले में शुरूआत ही है, कुछ शिकायतें जरूर आई हैं। जिनका निस्तारण कराया जा रहा है। उपभोक्ताओं को परेशानी न हो, इसका ध्यान रखा जा रहा है।