सिंभावली गांव बक्सर के निकट नए बाईपास पर चीनी मांझे की चपेट में आकर एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे हापुड़ के लिए रेफर कर दिया।
जनपद अमरोहा के गजरौला निवासी शाहरूख दिल्ली में काम करता है। जो बृहस्पतिवार की सुबह बाइक पर दिल्ली से घर लौट रहा था। जैसे ही वह सिंभावली क्षेत्र में नए बाईपास पर गांव बक्सर ओवरब्रिज के पास पहुंचा, तो अचानक चीनी मांझा उसके गले से लिपट गया। जिससे बाइक भी अनियंत्रित होकर फिसल गई।
गिरते ही युवक की गर्दन से खून बहने लगा। जिसे देखकर राहगीरों और स्थानीय लोगों ने उसे तुरंत ही निकट के अस्पताल में भर्ती कराया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे हापुड़ के लिए रेफर कर दिया।
वहीं लोगों का कहना है कि चीनी मांझा बेहद खतरनाक है। जिसकी बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध है। इसके बावजूद क्षेत्र में खुलेआम चायनीज मांझे की बिक्री हो रही है। जिस पर रोक लगाया जाना जरूरी है। पहले देसी मांझा सूत के धागे और सरेस आदि से तैयार हो जाता था लेकिन अब इससे कौन पतंग उड़ा रहा है।
पहले भी पतंग उड़ती थीं। कटती थीं, लूटते थे। पेंच लड़ाने में खींचतान होती थीं। पतंग लूटते यदा-कदा हादसे भी हो जाया करते थे। लेकिन अब ये मांझा खूनी बन गया है। कांच में लिपटे चीनी मांझे से पतंग उड़ रही हैं जो कि राह चलते लोगों की गर्दन काट रहा है। पक्षियों को घायल कर रहा है।
एसडीएम अंकित कुमार वर्मा का कहना है कि चीनी मांझा पूरी तरह प्रतिबंधित है। इसके बावजूद यदि कहीं बिक्री हो रही है, तो अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।