जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में बुधवार को छोटी दिवाली (नरक चतुर्दशी) पर्व क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, वहीं दिवाली को लेकर भी तैयारी जोरो पर जारी रहीं। दो दिन होने के चलते अमावस्या पर आज और शुक्रवार को गंगा स्नान व अन्य धार्मिक कर्मकांड़ किए जाएंगे।
पौराणिक कथाओं के अनुसार कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर राक्षस का वध किया था, जिसके चलते इसे नर्क चतुर्दशी कहा जाता है। इसलिए सुबह को भगवान कृष्ण की पूजा का विधान है। वहीं हिंदू धर्म से जुड़े लोगों ने शाम को यमराज का पूजन कर अपने घरों पर दीपक जलाए और अकाल मृत्यु से निजात की कामना की।
हर माह में अमावस्या का अलग महत्व होता है। कार्तिक माह की अमावस्या का भी अलग महत्व है। हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को दिवाली का पर्व मानाया जाता है। इस दिन स्नान, दान का बहुत महत्व है।
ज्योतिषाचार्य पंडित उमेश सेनरा ने बताया कि अमावस्या का आगमन बृहस्पतिवार की (आज) दोपहर बाद 3 बजकर 54 मिनट पर होगा, जो शुक्रवार की दोपहर 6 बजकर 17 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। जिसके चलते अमावस्या तिथि दो दिन मानी जा रही है। जिस कारण गंगा स्नान आज और कल दोनों दिन होगा।