जनपद हापुड़ के ब्रजघाट में माघ माह की पूर्णिमा के पावन अवसर पर ब्रजघाट गंगा में आस्था की डुबकी लगाने वाले बाहरी प्रांतों के भक्तों का आगमन गंगानगरी में होने लगा है। शनिवार को (आज) ब्रह्ममुहूर्त में गंगा स्नान प्रारंभ होगा।
आज शनिवार यानी 24 फरवरी को माघ मास की पूर्णिमा तिथि है। शास्त्रों में माघ मास का बड़ा ही महत्व बताया गया है। आज गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर माघी पूर्णिमा का स्नान पर्व है। एक महीने तक चलने वाले कल्पवास का आज समापन माघ पूर्णिमा स्नान पर्व से हो गया है। माघ पूर्णिमा स्नान पर्व माघ मेले का पांचवा स्नान पर्व है और आज के दिन भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। पौष पूर्णिमा से शुरू हुआ कल्पवास भी माघी पूर्णिमा के स्नान पर्व के साथ खत्म होता है। इसलिए स्नान पर्व को कल्पवासियों का स्नान पर्व भी कहा जाता है। आज के दिन का महत्व यह भी है कि आज के दिन भगवान विष्णु भी गंगा में अदृश्य रूप से स्नान करते हैं। जितने भी श्रद्धालु आज आस्था की डुबकी लगाते हैं। उनको वो आशीर्वाद देते हैं और सभी श्रद्धालुओं की मनोकामना भी पूरी होती है।
पंडित विनोद शर्मा शास्त्री ने बताया कि माघ मास की पूर्णिमा का आगमन शुक्रवार की दोपहर 3 बजकर 36 मिनट पर हो चुका है, जो शनिवार को (आज) शाम छह बजकर तीन मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार पूर्णिमा का स्नान शनिवार को होगा। स्नान-दान का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 11 मिनट से है। गंगा स्नान का पुण्यार्जित करने के लिए दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान समेत पश्चिमी उप्र के दूरस्थ जनपदों से भक्तों का आगमन प्रारंभ होने से तीर्थनगरी में रंगत बढ़ने लगी है।
पंडित विनोद शास्त्री का कहना है कि माघ पूर्णिमा पर मोक्ष दायिनी में आस्था की डुबकी लगाने का विशेष धार्मिक महत्व है। क्योंकि इस दिन सच्ची निष्ठा के साथ मोक्ष दायिनी में आस्था की डुबकी लगाकर गरीब निराश्रितों को भोजन वस्त्र दान करने से मुक्त होती है।
सीओ आशुतोष शिवम ने बताया कि नेशनल हाईवे को जाम मुक्त रखने समेत गंगा भक्तों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी इंतजाम करा लिए गए हैं। गंगा किनारे के साथ ही स्नानघाटों के आसपास सादी वर्दी में महिला पुलिस समेत हाईवे और संपर्क मार्गों पर भी पुलिस की ड्यूटी रहेगी, जबकि हाईवे को पूरी तरह जाम मुक्त रखा जाना पुलिस की प्राथमिकता रहेगी।